विश्व भर में श्रद्धा और विश्वास के साथ मनाया जा रहा है महाशिवरात्रि महापर्व

देवाधीदेव महादेव को समर्पित महाशिवरात्रि का महापर्व आज विश्व भर में हिंदू समाज के लोगों के द्वारा मनाया जा रही है।
श्रीगंगानगर में भी भगवान आशुतोष को जल अर्पित करने के श्रृद्धालु आज प्रातःकाल से ही शिवालयों में उमड़ पड़े , हाथों में जल विल्व पत्र और पुष्प दुग्ध लेकर श्रद्धालु शहर भर के विभिन्न शिवालयों में घंटों तक महादेव को जल अर्पित करने के लिए अपनी बारी का इंतजार करते हुए महादेव को जल अर्पित कर अपनी मनोकामना प्रभु के सामने प्रकट की । पुलिस एवं प्रशासन ने भी इस अवसर पर भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए माकूल व्यवस्था की, वहीं श्रद्धालुओं द्वारा इस अवसर पर भक्तों को नियंत्रित करने के लिए व्यवस्थाओं में जुट थे। अलग-अलग संस्थाओं ने प्रसाद वितरण की भी व्यवस्था की ।
श्री गंगानगर के कोडा चौक स्थित प्राचीन शिवालय में भी महादेव को जल अर्पित करने के लिए लोग सुबह 4:00 बजे से ही लाइनों में आकर सबसे पहले महादेव को दर्शन तथा उन्हें जल अर्पित करने की होड के लिए लाइनों में आकर खड़े हुए।
इस अवसर पर पुलिस प्रशासन ने भी भारी जाब्ता तैनात किया। लगभग डेढ़ किलोमीटर लंबी श्रद्धालुओं की लाइन को नियंत्रित करने के लिए भारी मात्रा में पुलिस प्रशासन द्वारा जाब्ता तैनात किया गया।
भगवान महादेव का आशीर्वाद पाने के लिए भक्त लगभग एक सदी पुराने प्राचीन शिवालय प्राचीन शिवालय बाबा शुक्र नाथ बगीची के महंत बाबा कैलाश नाथ जी ने बताया कि महादेव को भोलेनाथ इसीलिए कहते हैं क्योंकि वह जरा सा प्रयास करने से ही प्रसन्न हो जाते हैं महज जल और पुष्प फल अर्पित करने से ही भगवान शिव मन वांछित फल की प्राप्ति करवाते हैं । बम बम भोले की जयजयकार के बीच भक्तों ने बाबा को जल अर्पित करने के बाद मंदिर के बाहर विभिन्न धार्मिक स्वयं सेवी संगठनों द्वारा लगाए जा रहे लंगर में प्रसाद ग्रहण किया।
इधर मंदिरों के भीतर भी भक्त लगातार भजन कीर्तन के रस में सरोवर होते रहे ।
प्राचीन शिवालय के अलावा अंध विद्यालय के स्फटिक महादेव , मंदिर चहल चौक स्थित शिवालय, गोल बाजार शिवालय , कौड़ियों वाली पुली शिवालय आदि में भी भगवान भोले को पूजा अर्चना के लिए भक्तों का ताता लगा रहा।