वीर बाल दिवस पर श्रीगंगानगर भाजपा द्वारा होगा विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन 

चार साहिबजादों के बलिदान की गाथाएं फिल्म,डोक्यूमेंट्री और वाद विवाद प्रतियोगिताओं के द्वारा की जाएगी सांझा
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वीर बाल दिवस पर इस बार श्रीगंगानगर भाजपा द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। चार साहिबजादों के बलिदान की गाथाएं फिल्म,डोक्यूमेंट्री और वाद विवाद प्रतियोगिताओं के द्वारा मंडल स्तर पर सांझा की जाएगी। भाजपा जिला मीडिया प्रभारी श्रीचंद चौधरी ने बताया कि इस संबंध आज एक प्रेस वार्ता का आयोजन भाजपा जिला कार्यालय में किया गया। इस अवसर पर प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष और वीर बाल दिवस कार्यक्रम के प्रदेश संयोजक सुरेंद्र पाल सिंह टीटी ने कहा कि सिखों के दसवें गुरु श्री गोविंद सिंह के चार पुत्र साहबजादा अजीत सिंह, जुझार सिंह, जोरावर सिंह व फतेह सिंह थे। बड़े दो सुपुत्र अजीत सिंह व जुझार सिंह चमकौर किले में 10 लाख फौजीयों से लड़ते हुए शहीद हुए। दो छोटे सुपुत्र जोरावर सिंह एवं फतेह सिंह सुबा सरहिंद द्वारा गिरफ्तार कर लिए गए।दोनों साहबजादों के साथ दादी गुजर कौर को भी गिरफ्तार कर दिसंबर की भयंकर सर्दी में तीनों को ठंडे बुर्ज में डाल दिया गया। 7 साल व 9 साल के दोनों बच्चों को तीन दिन तक अनेक यातनाएं एवं लालच देकर इस्लाम कबूल करने का दबाव डाला गया। साहसी व निर्भिक बच्चों ने झुकने और इस्लाम कबूल करने से इनकार कर दिया तो सरहिंद के नवाब वजीर खान ने उन्हें जिंदा दीवार में चुनने का आदेश दिया। 26 दिसंबर को दोनों बच्चों को दीवार में जिंदा चुन दिया गया। टीटी ने कहा कि
दोनों साहबजादों ने धर्म नहीं छोड़ा और अपना जीवन का त्याग कर अपनी शहादत दी और इसलिए पूरे देश में इस दिन से शहीदी सप्ताह 7 दिन मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि गुरु गोविंद सिंह के वीर बच्चों की शहादत और शौर्य का संदेश पूरे विश्व और पूरे भारत में देने तथा साहबजादों को सच्ची श्रद्धांजलि देने के लिए देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने गुरुदेव के साहबजादों के शहीदी दिवस को वीर बाल दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया था। बड़ी बात यह है कि इससे पहले देश में बाल दिवस जवाहरलाल नेहरू जी के जन्मदिन पर मनाया जाता था।

प्रेस वार्ता में जिलाध्यक्ष शरणपाल सिंह ने कहा कि भाजपा चार साहिबजादो के बलिदान, त्याग और समर्पण को तथा भाजपा सरकार द्वारा घोषित वीर बाल दिवस को जन जन तक पहुचाने की कोशिश कर रही है। आजकल छोटे छोटे कारणों को लेकर धर्मपरिवर्तन करने वाले लोगों को इन साहबजादों द्वारा मुस्लिम धर्म ना अपनाने को लेकर अपनी अडिग श्रद्धा व शौर्य से सीखने की आवश्यकता है । उन्होंने कहा कि इस प्रकाश पर्व की गाथा अधिक से अधिक लोगो तक पहुँचे और उनकी शहादत को प्रत्येक युवा जाने इसके लिए हमें प्रयास करना चाहिए।अपने पिता, पुत्र, मां, बेटे व स्वयं हिंदू धर्म की रक्षा करते हुए गुरु गोविंद सिंह शहीद हो गए । गुरु गोविंद सिंह को दुनियां में पुत्र का दानी व सर्वश्व दानी कहा जाता है और विश्व में धर्म की शहादत ऐसा कोई दूसरा उदाहरण नही मिलता है। इस अवसर पर श्रीगंगानगर भाजपा जिलाध्यक्ष शरणपाल सिंह, वीर बाल दिवस कार्यक्रम जिला संयोजक महेश पेड़ीवाल, जिला उपाध्यक्ष रतन गणेशगढ़िया व जिला मीडिया प्रभारी श्रीचंद चौधरी उपस्थित रहे