भारतीय किसान यूनियन (अराजनीतिक) ने लगाया आंदोलन का ऐलान, 29 दिसंबर को तहसील में भूख हड़ताल व प्रदर्शन की चेतावनी

फिरोजाबाद।भारतीय किसान यूनियन (अराजनीतिक) ने किसानों की समस्याओं पर सरकार एवं संबंधित विभागों की लापरवाही के खिलाफ 29 दिसंबर को टूंडला तहसील परिसर में बड़ा आंदोलन आयोजित करने का निर्णय लिया है। किसान नेता कल बड़ी बैठक कर अंतिम रणनीति तैयार करेंगे।

किसान यूनियन का आरोप है कि गल्ला मंडियों में भ्रष्टाचार बेशुमार है। तौल, कटौती तथा भुगतान में अनियमितताएं होने से उत्पादन बेचने वाले किसान लगातार आर्थिक नुकसान झेल रहे हैं। किसानों का कहना है कि मंडी प्रशासन शिकायतों के बावजूद भ्रष्ट कार्यशैली पर अंकुश लगाने में विफल रहा है।

यूनियन ने कहा कि नहर फूटने से सैकड़ों किसान की फसल बर्बाद हो गई, लेकिन न तो समय पर किसान हित में सर्वे कराया गया और न ही किसानों को मुआवजे का लाभ मिला। इससे ग्रामीण अंचल में तनाव बढ़ता जा रहा है।

किसान नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि बिजली विभाग में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा है। बिजली कटौती, मनमाने बिल और वसूली की शिकायतों को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारियों के रवैये से किसानों का सब्र टूट रहा है।

किसान यूनियन ने प्रशासन से मांग की है कि मंडियों तथा बिजली विभाग में भ्रष्टाचार व अनुचित कार्यों की उच्चस्तरीय जांच कराकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही नहर दुर्घटना से प्रभावित किसानों का तात्कालिक सर्वे व मुआवजा सुनिश्चित किया जाए।

यूनियन के जिला अध्यक्ष ने चेतावनी दी कि यदि 29 दिसंबर को तहसील में आंदोलन के दौरान मांगों पर ठोस निर्णय नहीं लिया गया तो संघर्ष और कड़ा किया जाएगा। आंदोलन के दौरान किसानों के विभिन्न रूपों में प्रदर्शन करने की तैयारियां जोरों पर हैं।

अमर उजाला टीम टूंडला के किसानों की आवाज़ को प्राथमिकता देती है और होने वाले आंदोलन पर विस्तार से रिपोर्ट करेगी।