पीएफआई के सहयोग से सीएचसी पयागपुर में सीएचओ को परिवार नियोजन सेवाओं का प्रशिक्षण।

बहराइच। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पयागपुर में परिवार नियोजन सेवाओं को और मजबूत बनाने के उद्देश्य से सभी सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएचओ) के लिए एक दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह प्रशिक्षण पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया (पीएफआई) संस्था के सहयोग से आयोजित किया गया। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य सीएचओ को परिवार नियोजन के विभिन्न पहलुओं, विशेष रूप से स्थायी और अस्थायी उपायों, पर विस्तार से जानकारी देना था। कार्यक्रम में लाभार्थियों को सही परामर्श देने और फील्ड स्तर पर आने वाली चुनौतियों का समाधान करने के तरीकों पर गहन चर्चा हुई। साथ ही, 'इतनी भी क्या जल्दी है' नामक प्रोजेक्ट के बारे में भी विस्तार से बताया गया, जो संभवतः कम उम्र में गर्भधारण को रोकने या उसमें देरी करने से संबंधित है।सीएचसी पयागपुर के सभागार में आयोजित इस प्रशिक्षण में, प्रशिक्षक डॉ. साफिया ने सभी सीएचओ को परिवार नियोजन उपकरण और विधियों की आपूर्ति सुनिश्चित करने, लाभार्थियों का नियमित फॉलोअप करने और क्षेत्र में जागरूकता बढ़ाने के कारगर तरीके सिखाए।इस मौके पर, अधीक्षक डॉ. धीरेन्द्र तिवारी ने क्षेत्र में परिवार नियोजन सेवाओं को सुदृढ़ बनाने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को विशेष निर्देश दिए। उन्होंने सभी सीएचओ को अपने-अपने क्षेत्रों में जागरूकता बढ़ाने और निर्धारित लक्ष्यों को समय पर पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने जोर दिया कि लाभार्थियों को उचित परामर्श देना और आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने फील्ड में आने वाली चुनौतियों को समय पर सुलझाने और लाभार्थियों के अपडेट रखने पर भी बल दिया।बीपीएम पयागपुर अनुपम शुक्ल ने बताया कि परिवार नियोजन सेवाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रत्येक गुरुवार को 'अंतराल दिवस' और प्रत्येक माह की 21 तारीख को 'खुशहाल परिवार दिवस' का भव्य आयोजन किया जाए। उन्होंने परिवार नियोजन सामग्रियों की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करने और परिवार नियोजन लॉजिस्टिक्स प्रबंधन सूचना प्रणाली (FP-LMIS) का सही तरीके से उपयोग करने का तरीका भी सीएचओ को समझाया। प्रशिक्षण में सीएचओ इंदु मिश्रा, प्रतिमा, अनुराग सिंह, छवि शर्मा, संदीप कुमार, मंगल चंद्र, अनामिका शर्मा सहित बड़ी संख्या में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी उपस्थित रहे।