कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय बिर्रा में निरीक्षण – अधीक्षिका की लापरवाही उजागर 🚨

CitiUpdate के लिए समीर खूंटे की रिपोर्ट

जांजगीर-चांपा, बम्हनीडीह।�विकासखंड बम्हनीडीह अंतर्गत कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय बिर्रा में चल रही अनियमितताओं और छात्रावास अधीक्षिका की अनुपस्थिति को लेकर लंबे समय से उठ रही शिकायतों ने आखिरकार शिक्षा विभाग को कार्रवाई करने पर मजबूर कर दिया।

शनिवार 16 अगस्त को सहायक जिला समन्वयक एवं जिला प्रभारी समग्र शिक्षा मिशन अंजना सिंह और प्रभारी विकासखंड शिक्षा अधिकारी बम्हनीडीह रत्ना थवाईत ने विद्यालय एवं छात्रावास का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान की गई जांच में गंभीर लापरवाही उजागर हुई और शिकायतें सही पाई गईं।

📌 अधीक्षिका हमेशा गायब�छात्राओं को भारी परेशानी

विद्यालय में पदस्थ प्रभारी अधीक्षिका पुष्पा पटेल पर आरोप है कि वे अपने छात्रावास से हमेशा नदारत रहती हैं। लगभग 150 बालिकाओं के लिए बने इस आवासीय विद्यालय में छात्राओं और स्टाफ को रोजमर्रा की समस्याओं से जूझना पड़ता है।
जनभागीदारी समिति, छात्रावास विकास समिति और अभिभावकों ने लगातार शिकायतें करते हुए कहा था कि अधीक्षिका ड्यूटी के नाम पर अन्य शहरों में घूमती रहती हैं और अपनी जिम्मेदारियों से पूरी तरह लापरवाह हैं।

📌 10-12 साल से प्रतिनियुक्ति पर शासन को करोड़ों का नुकसान

जानकारी के मुताबिक, पुष्पा पटेल का मूल पद शिक्षक पंचायत है और उनकी पदस्थापना जिला सक्ती के कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय चिस्दा में है।
लेकिन वे पिछले 10-12 वर्षों से प्रतिनियुक्ति लेकर बिर्रा में कार्यरत हैं। इस दौरान प्रतिवर्ष शासन को करोड़ों रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है। समिति और अभिभावकों ने मांग की है कि उन्हें तुरंत बिर्रा से हटाकर उनके मूल पद पर चिस्दा वापस भेजा जाए।

📌 निरीक्षण में मिली खामियां�शिकायतें सही साबित

निरीक्षण के दौरान दोनों महिला अधिकारियों ने पाया कि

  • अधीक्षिका छात्रावास से लंबे समय से अनुपस्थित रहती हैं।

  • छात्रावास की व्यवस्थाएं लचर और उपेक्षित हैं।

  • छात्राओं की देखरेख और अनुशासन व्यवस्था प्रभावित है।

सहायक जिला समन्वयक अधिकारी अंजना सिंह ने कहा

"जांच में शिकायतें सही पाई गई हैं। नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।"

वहीं प्रभारी विकासखंड शिक्षा अधिकारी रत्ना थवाईत ने स्पष्ट किया

"निरीक्षण कर प्रतिवेदन उच्च कार्यालय भेज दिया गया है। आगे की कार्रवाई वहीं से होगी।"

📌 छात्राओं के हित में त्वरित कार्रवाई की मांग

जनभागीदारी समिति, छात्रावास विकास समिति के अध्यक्ष-सदस्यों और अभिभावकों ने कड़ा रुख अपनाते हुए मांग की है कि अधीक्षिका पुष्पा पटेल को तुरंत हटाया जाए और बालिकाओं के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए सक्षम, जिम्मेदार अधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी जाए।

👉 निरीक्षण प्रतिवेदन अब उच्च कार्यालय में है, जहां से कार्रवाई तय होगी। लेकिन यह साफ हो गया है कि कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय बिर्रा में वर्षों से उपेक्षा और लापरवाही का खेल चल रहा था, जिसकी गाज अब प्रभारी अधीक्षिका पर गिर सकती है।

✍️ CitiUpdate के लिए�समीर खूंटे की रिपोर्ट