स्वतंत्रता दिवस 2025: शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तालदेवरी में तिरंगे संग गूँजा “अरपा पैरी के धार” का स्वर*

जांजगीर-चांपा: आजादी का 79वाँ स्वतंत्रता दिवस इस बार तालदेवरी में यादगार बन गया। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तालदेवरी के विशाल प्रांगण में आयोजित यह आयोजन केवल एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि देशभक्ति, संस्कृति, और ग्राम एकता का संगम था। सुबह की पहली किरण के साथ ही गाँव के लोग उमंग और उत्साह से विद्यालय पहुँचने लगे। बच्चे अपनी यूनिफ़ॉर्म और रंग-बिरंगे परिधानों में सजकर जैसे ही मैदान में पहुँचे, पूरा वातावरण एक मेले जैसा नजर आने लगा।

तिरंगे के साथ जोश का विस्फोट

सुबह ठीक 8 बजे, ग्राम की सरपंच श्रीमती सीमा सोनवानी ने ध्वज फहराने के लिए मंच पर कदम रखा। उपसरपंच श्री मुनीराम साहू उनके साथ खड़े थे। जैसे ही तिरंगा फहराया गया और हवा में लहराने लगा, पूरा मैदान "भारत माता की जय" और "वंदे मातरम्" के नारों से गूँज उठा। स्कूल का प्रांगण मानो देशभक्ति के रंगों से सराबोर हो गया।

ध्वजारोहण के इस गरिमामयी क्षण के साक्षी बने ग्राम पंचायत के सभी जनप्रतिनिधि ?

श्रीमती सीमा सोनवानीसरपंच

श्री मुनीराम साहू उपसरपंच

श्रीमती प्रीति साहूपंच

श्री श्रीराम साहूपंच

श्रीमती मुनिया बाई यादवपंच

श्रीमती मंजूलता राजपूतपंच

श्रीमती सावित्री बाई मनहरपंच

श्रीमती शुकवारा बाई खुटे पंच

श्रीमती रमा देवी साहू पंच

श्रीमती कशिश देवी मनहरपंच

श्री कलेश्वर खुटे पंच

श्री हरबचन खुंटेपंच

श्री रथराम खुंटे पंच

श्री जयपाल साहूपंच

श्रीमती पूजा आजादपंच

श्रीमती मोहर बाई मनहर पंच

श्रीमती बद्रिका खुंटेपंच

श्री गनपत कुरें पंच

श्रीमती जानकी बाई साहूपंच

श्री परस राम दिवाकरपंच

इन सभी की उपस्थिति ने कार्यक्रम को सामूहिक गर्व और सम्मान का रंग दिया।

अरपा पैरी के धार? पर तालदेवरी झूम उठा

इस साल के समारोह का सबसे बड़ा आकर्षण बना कक्षा 6वीं की पाँच नन्हीं प्रतिभाओं का नृत्य।

रागिनी मनहर

अनन्या मनहर

तमन्ना खूंटे

चित्रलेखा पटेल

चंचल खूंटे

इन छात्राओं ने छत्तीसगढ़ी राजकीय गीत "अरपा पैरी के धार" पर इतनी सुंदर और भावपूर्ण प्रस्तुति दी कि पूरा विद्यालय मंत्रमुग्ध रह गया।

उनके कदम गीत की हर धुन पर ऐसे थिरक रहे थे मानो खेतों में लहलहाती फसलें हवा के संग लहरा रही हों। नृत्य में छत्तीसगढ़ की माटी की खुशबू, नदी की कलकल ध्वनि, और लोक संस्कृति का गहरा रंग झलक रहा था। दर्शकों ने तालियों और "वाह" की गूँज से उनका उत्साह दोगुना कर दिया।

सांस्कृतिक रंग और देशभक्ति की लहर

इसके बाद विद्यालय के छात्रों ने देशभक्ति गीत, कविताएँ और भाषण प्रस्तुत किए। सारे जहाँ से अच्छा? की धुन पर छोटे बच्चों का सामूहिक गायन इतना मधुर था कि बुजुर्ग दर्शक भी गुनगुनाने लगे। मंच पर स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन पर आधारित नाटकों में भगत सिंह का बलिदान, रानी लक्ष्मीबाई की वीरता, और महात्मा गांधी के सत्याग्रह को जीवंत किया गया।

नेताओं के संदेश

सरपंच श्रीमती सीमा सोनवानी ने कहा

स्वतंत्रता दिवस केवल उत्सव का दिन नहीं, बल्कि हमें यह याद दिलाता है कि हमारी आज़ादी लाखों बलिदानों से मिली है। हमें इसे बनाए रखने के लिए मिलकर काम करना होगा।

उपसरपंच श्री मुनीराम साहू ने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा

नई पीढ़ी ही देश का भविष्य है। आपको मेहनत, ईमानदारी और अनुशासन से अपने गाँव और देश का नाम रोशन करना है।

विद्यालय की तैयारियाँ

विद्यालय के प्रधानपाठक और शिक्षकों ने इस समारोह की तैयारी में कई दिनों तक मेहनत की। मैदान को फूलों, झालरों और तिरंगे रंग के गुब्बारों से सजाया गया। बच्चों की पोशाकें भी कार्यक्रम की थीम के अनुसार तैयार करवाई गईं।

खेलकूद और पुरस्कार वितरण

ध्वजारोहण व सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ। रस्साकशी, दौड़, लंबी कूद और कबड्डी में बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। विजेताओं को सरपंच और पंचों के हाथों मेडल व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।

गाँव की एकता का चित्र

इस आयोजन ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि तालदेवरी में पंचायत, विद्यालय और ग्रामवासी एक परिवार की तरह हैं। समारोह के अंत में सभी ने मिलकर राष्ट्रगान गाया और बच्चों को मिठाई बांटी गई।

📌 समीर खूंटे की विशेष रिपोर्ट

तालदेवरी का यह स्वतंत्रता दिवस समारोह केवल तिरंगे को सलामी देने का नहीं, बल्कि संस्कृति, एकता और नई पीढ़ी में देशभक्ति की मशाल जलाने का अवसर बना। और इसमें सबसे उज्ज्वल क्षण था?"अरपा पैरी के धार" पर नन्हीं छात्राओं का मनमोहक नृत्य, जिसने तालदेवरी के दिलों में गर्व और खुशी की लहर भर दी।