हरदोई के बावन में निकला दुलदुल का जुलूस, शहीदाने कर्बला को किया गया याद, अकीदतमंदों ने दूध-जलेबी और चने खिलाकर मांगी मुरादे

हरदोई। मोहर्रम की आठवीं तारीख को बावन कस्बे में हज़रत हुसैन रजियल्लाहु तआला अन्हु की याद में दुलदुल का जुलूस बड़े अदब और अकीदत के साथ निकाला गया। यह जुलूस हज़रत हुसैन की सवारी दुलदुल (घोड़े) के तौर पर हर साल निकाला जाता है।
इस जुलूस में सभी धर्मों के मानने वाले अकीदतमंदों ने बड़ी संख्या में शामिल होकर गंगा-जमुनी तहज़ीब की मिसाल पेश की। अकीदतमंदों ने दुलदुल को दूध, जलेबी, दही और चने अर्पित किए। मान्यता है कि ऐसा करने से मुरादें पूरी होती हैं और बुराई से मुक्ति मिलती है।
शहीदाने कर्बला की शहादत को याद करते हुए लोगों ने कहा कि हज़रत हुसैन और उनके 72 वफादार साथियों ने सत्य के लिए अपनी जानों की कुर्बानी दी। उनकी कुर्बानी हमें यह संदेश देती है कि हमें अन्याय और बुराई के सामने कभी नहीं झुकना चाहिए।
जुलूस के दौरान सुरक्षा के व्यापक इंतज़ाम किए गए। सीओ हरपालपुर शिल्पा कुमारी ने मौके पर पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया, जबकि थानाध्यक्ष लोनार विवेक वर्मा भारी पुलिस बल के साथ मौके पर मौजूद रहे।
इस दौरान जुलूस कमेटी से बबलू खान, गुलफराज खान शानू, सुल्तान खान मोनू, राजू खान, इरफान खान, फ़हीम कुरैशी, नौशाद खान, बन्ने सलमानी समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
इधर, आज रात को आठवीं मोहर्रम की रस्म के तहत परंपरागत "आग का मातम" भी किया जाएगा, जिसकी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।