हरदोई में बीजेपी विधायक ने अपनी ही सरकार को घेरा, बोले- स्कूल बंद कराना अनुचित, मुख्यमंत्री संज्ञान लें

हरदोई। प्रदेश में परिषदीय विद्यालयों के मर्जर को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। हरदोई के गोपामऊ सीट से भारतीय जनता पार्टी के विधायक श्याम प्रकाश ने अपनी ही सरकार के फैसले पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विधायक ने स्पष्ट तौर पर कहा कि अधिकारियों द्वारा स्कूल बंद करने की सलाह और सरकार द्वारा उसका अनुमोदन अनुचित है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस मुद्दे पर संज्ञान लेने की अपील की है।

विधायक ने तंज कसते हुए कहा कि "जितने स्कूल बंद होंगे, बीजेपी को उतने ही बूथों पर नुकसान झेलना पड़ सकता है।" साथ ही चेताया कि जिस तरह शिक्षामित्र सरकार के खिलाफ हुए, उसी राह पर अब शिक्षक भी जा सकते हैं।

उनकी इस पोस्ट पर सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। अधिकतर लोगों ने स्कूलों के मर्जर के फैसले को गरीबों के शिक्षा के अधिकार पर हमला बताया। एक यूजर ने समर्थन किया तो बाकी यूजर्स ने उसे घेरते हुए कहा कि यह फैसला बीजेपी को 2027 के चुनाव में महंगा पड़ेगा।

कांग्रेस पहले दिन से ही इस फैसले का विरोध कर रही है। पार्टी नेताओं ने कहा कि "मधुशालाएं खोली जा रही हैं, जबकि स्कूल बंद किए जा रहे हैं।"

विधायक की यह टिप्पणी न केवल पार्टी के भीतर गहरी असहमति को दर्शाती है, बल्कि आने वाले समय में शिक्षा नीति को लेकर और राजनीतिक बयानबाज़ी की संभावना भी बढ़ा रही है।