हरदोई के बावन में नौवीं मोहर्रम पर सजाया गया इमामबाड़ा, हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल बनी इमाम बारगाह, हजारों अकीदतमंदों ने की जियारत

हरदोई। बावन कस्बे में मोहर्रम की नौवीं तारीख पर हज़रत इमाम हुसैन रजियल्लाहु तआला अन्हु और उनके 72 वफादार साथियों की शहादत की याद में इमामबाड़ा को खूबसूरती से सजाया गया। 10 दिवसीय ताजियेदारी के क्रम में आज इमामबाड़ा में बड़े ताजिए की शान में सजावट की गई, जिसकी जियारत के लिए हिंदू-मुस्लिम सभी समुदायों के अकीदतमंद बड़ी संख्या में पहुंचे।

हर साल की तरह इस बार भी इमामबाड़ा की भव्य सजावट देखने लायक रही। अकीदतमंदों ने ताजिए पर सिन्नी चढ़ाकर मन्नतें मांगी। गोपामऊ विधायक प्रतिनिधि धर्मेश मिश्रा अपनी टीम के साथ गाजे-बाजे के साथ इमाम हुसैन की बारगाह में पहुंचे और गुलाब का सेहरा चढ़ाकर हिंदू-मुस्लिम एकता का संदेश दिया।

कस्बे के विभिन्न स्थानों पर ताजिए रखे गए हैं, जिनमें हर धर्म और समुदाय के लोग सहभागिता कर गंगा-जमुनी तहज़ीब को जीवंत कर रहे हैं।

नौवीं मोहर्रम की रात जुलूसों का सिलसिला जारी रहा। भटियारों के ताजिए के बाद हैदोसी निकाली जाएगी, जिसमें पारंपरिक रूप से लाठियों और डंडों का प्रदर्शन किया जाएगा। इसके पश्चात जोड़ी का जुलूस निकाला जाएगा, जिसका समापन इमामबाड़ा में होगा।

दसवीं मोहर्रम को हज़रत इमाम हुसैन की शहादत की याद में बड़े ताजिए का जुलूस निकाला जाएगा, जो कर्बला जाकर समाप्त होगा।

जुलूस की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर थानाध्यक्ष लोनार विवेक वर्मा भारी पुलिस बल के साथ मुस्तैद है। अन्य पुलिसकर्मियों को विभिन्न स्थानों पर ड्यूटी पर लगाया गया है।

इस दौरान कमेटी से बबलू खान, गुलफराज खान शानू, सुल्तान खान मोनू, राजू खान, इरफान खान, फ़हीम कुरैशी, बन्ने सलमानी समेत हजारों अकीदतमंदों ने भाग लिया।