अराजक तत्वों ने शिव प्रतिमाएं तोड़ी, हिंदू समुदाय में तीव्र आक्रोश, बड़ा बाजार चौराहे पर लगाया जाम

जलेसर, एटा:होली का उत्सव समाप्त होते ही जलेसर कस्बे में बड़ा बाजार स्थित भगवान राधा-कृष्ण मंदिर में शिव प्रतिमाओं को क्षतिग्रस्त करने की घटना से पूरे क्षेत्र में आक्रोश फैल गया। इस घटना के बाद हिंदू समाज के लोगों में जबरदस्त गुस्सा व्याप्त हो गया और उन्होंने बड़ा बाजार चौराहे पर जाम लगाकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।

घटनाक्रम:

बड़ा बाजार स्थित यह मंदिर सैकड़ों वर्ष पुराना है, जिसका पुनर्निर्माण मात्र दो वर्ष पूर्व ही कराया गया था। हर वर्ष की तरह इस बार भी होली के अवसर पर मंदिर में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए थे। स्थानीय श्रद्धालुओं के अनुसार, सुबह 8:00 बजे तक मंदिर में सब कुछ ठीक था, लेकिन कुछ समय बाद अज्ञात व्यक्तियों ने मंदिर में स्थापित भगवान शिवलिंग और नंदी महाराज की प्रतिमाओं को तोड़ दिया।

सुबह जब श्रद्धालु पूजा करने के लिए मंदिर पहुंचे तो शिव प्रतिमाओं को खंडित अवस्था में देखकर स्तब्ध रह गए। यह खबर जंगल में आग की तरह फैल गई और देखते ही देखते मंदिर परिसर में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।

हिंदू समाज में आक्रोश और विरोध प्रदर्शन:

घटना की जानकारी मिलते ही विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, भारतीय किसान यूनियन (हालदार) सहित विभिन्न हिंदू संगठनों ने एकजुट होकर बड़ा बाजार चौराहे पर प्रदर्शन शुरू कर दिया। सैकड़ों की संख्या में लोगों ने चौराहे पर जाम लगाकर दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और जल्द से जल्द दोषियों को पकड़कर कड़ी सजा देने की मांग की।

प्रशासन की लापरवाही पर नाराजगी:

घटना के चार घंटे बाद भी प्रशासन की ओर से कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा, जिससे प्रदर्शनकारियों में और भी गुस्सा भर गया। जाम और विरोध प्रदर्शन दोपहर 12:30 बजे तक जारी रहा।

विश्व हिंदू परिषद के नगर अध्यक्ष गौरव वार्ष्णेय ने कहा,
"यह घटना सिर्फ मूर्तियों को खंडित करने तक सीमित नहीं है, यह हिंदू समाज की धार्मिक भावनाओं पर हमला है। हम दोषियों को बख्शा नहीं जाने देंगे और जब तक प्रशासन कार्रवाई नहीं करता, हमारा विरोध जारी रहेगा।"

भारतीय किसान यूनियन (हालदार) व्यापार मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बंसल ने भी घटना की निंदा करते हुए कहा,
"इस तरह की घटनाएं समाज में अशांति और तनाव फैलाने की साजिश का हिस्सा हैं। प्रशासन को जल्द से जल्द दोषियों को पकड़ना होगा, अन्यथा हम आंदोलन को और तेज करेंगे।"

प्रदर्शन में प्रमुख हस्तियां रहीं मौजूद:

प्रदर्शन के दौरान व्यापारी नेता आदित्य मित्तल और भारत गुप्ता सहित अन्य हिंदू संगठनों के सैकड़ों पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे। सभी ने एक सुर में प्रशासन से मांग की कि दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार कर उन्हें कड़ी सजा दी जाए और मंदिर की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए जाएं।

प्रशासन की प्रतिक्रिया:

घटना के बाद बढ़ते तनाव को देखते हुए प्रशासन ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात कर दिया है। हालांकि, स्थानीय लोगों और हिंदू संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ही दोषियों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो विरोध प्रदर्शन और तेज किया जाएगा।

हिंदू संगठनों की मांग:

  1. दोषियों की तुरंत गिरफ्तारी कर उन पर कठोर कार्रवाई की जाए।
  2. मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाए।
  3. ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए मंदिरों की निगरानी और सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं।

माहौल तनावपूर्ण, पुलिस बल तैनात:

फिलहाल इलाके में माहौल तनावपूर्ण है, लेकिन स्थिति नियंत्रण में है। पुलिस प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सतर्कता बरती जा रही है।

रिपोर्ट: रमेश जादौन, जलेसर, एटा।