गणपति पूजन महोत्सव समिति वशीरगंज के तत्वाधान में अखिल भारतीय काव्य संध्या का आयोजन,समिति के पदाधिकारियों ने अंग वस्त्र व स्मृति चिन्ह प्रदान कर कवियों को किया सम्मानित


मेरे लिए कोई देश से बड़ा धर्म नहीं है : आकुल

बहराइच। बहराइच के राजा के दरबार में सोमवार को श्री गणपति पूजन महोत्सव समिति वशीरगंज के तत्वाधान में अखिल भारतीय काव्य संध्या का आयोजन हुआ। मुख्य अतिथि देश के वरिष्ठ गीतकार ज्ञान प्रकाश आकुल रहे जबकि अध्यक्षता लखनऊ के वरिष्ठ कवि लोकेश त्रिपाठी ने की। कवि सम्मेलन का शुभारंभ लखनऊ से आई कवयित्री ने मां वीणापाणिनि की बंदना के साथ किया। लखीमपुर से आए देश के वरिष्ठ गीतकार ज्ञान प्रकाश अवस्थी आकुल ने पढ़ा मेरे लिए कोई देश से बड़ा धर्म नहीं है।
लखनऊ से आए लोकेश त्रिपाठी ने पढ़ा जपु बस नाम तेरा मैं रूद्र प्रिय हे गौरी सुत, कृपा कर वक्रतुंड हे विघ्न हर हे शुभ के फलदायक। बेलहना के अमन सिंह रूद्र ने पढ़ा राणा के भाले पर रजपूतों की गोद हिली थी, जौहर करने को छत्राणी करबद्ध खड़ी थीं। दुर्गेश वत्स बदनाम ने पढ़ा अरे अरे मौसिया, आए हमरे घरे मौसिया, सइकिल पर कटहर धरे मौसिया। लखनऊ की शशि श्रेया ने पढ़ा अनुभवों की धुन बनाना गीत गाना आ गया, आंसुओ को आँख के भीतर छिपाना आ गया। जीत लेगा जिंदगी की जंग वो हर हाल में, जिसको सारे दर्द सहकर मुस्कुराना आ गया। श्रावस्ती से आए शिवेंद्र मिश्रा ने पढ़ा शोखी, हया, कशिश व नजर का मजा मिला, था हुस्न सामने तो सफऱ का मजा मिला। कवयित्री तमन्ना दिलकश ने पढ़ा तुम मुझे ख्वाब झूठे दिखाना नहीं, दिल में आना मगर दिल से जाना नहीं। कवि अतुल अवस्थी 'अतुल' ने पढ़ा योगी जी कय सांड़ किसानन का कई डारिन रांड़ बजावव मिलिकय ढपली, खेत और खरिहान परा है, मुलु फइलन मा सबै हरा है, एसी मा बइठें हैं नेता उनके घर मा अन्न भरा है।
कवि सम्मेलन के संयोजक और संचालक कवि योगेंद्र योगी ने पढ़ा तुम्हारी मांग का सिंदूर याद आता है। चांदनी रात में जब चांद मुस्कुराता है।
तुम्हारे पास ही रहता हूँ दूर रहकर भी, तुम्हारा प्यार मेरे दिल में झिलमिलाता है। रोहित शर्मा राहिल ने पढ़ा शिकायत बहुत है अभी तुमको हमसे, बिना वक़्त मोहब्बत में छेड़ा नहीं जो, तुम्हारा ह्रदय था कलियों सा कोमल, मुरझाने के डर से मैंने तोड़ा नहीं जो। कार्यक्रम के शुरुआत में कवियों का फूल माला व अंगवस्त्र से स्वागत हुआ, जबकि भोर में समापन अवसर पर श्री गणपति पूजन महोत्सव समिति बहराइच के राजा वशीरगंज के पदाधिकारियों ने कवियों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। कार्यक्रम आयोजक समिति के महामंत्री अनुराग गुप्ता रहे। इस आयोजन में समिति के अध्यक्ष विनय रस्तोगी, कोषाध्यक्ष दुर्गेश सोनी, महामंत्री आदित्य सोनी, अम्बिकेश सोनी,मुकुल रस्तोगी,अर्जुन गुप्ता,प्रखर श्रीवास्तव,शुभम सोनी, दिनेश गुप्ता,राहुल गौड़, शिवाराज गुप्ता,नितिन अवस्थी,आशीष गुप्ता, अनुभव रस्तोगी,रवि प्रकाश गुप्ता,जतिन मलिक,मिहिर जायसवाल, नितिन मलिक,हर्षित राज श्रीवास्तव सहित अन्य पदाधिकारियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

स्वच्छ जल में गणपति बप्पा को करें विसर्जित

कवि सम्मेलन के दौरान नन्ही कवयित्री किंजल सोनी, शान्हवी सोनी और युवराज सोनी ने भी मनमोहक काव्य पाठ किया। इस मौके पर युवराज सोनी और उसकी बहन किंजल सोनी ने कहा कि गणपति की पूजा हम विधि विधान से करते हैं लेकिन प्रतिमाओं का विसर्जन गंदे पानी में करते हैं, हम सबको इससे बचना होगा और पूजा की पवित्रता को विसर्जन के दौरान भी बरकरार रखना होगा।