टीबी मरीजों की पहचान व इलाज के लिए मिला प्रशिक्षण।


पयागपुर सीएचसी पर राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन अभियान के तहत सीएचओ एएनएम टीपीटी प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन सीएचसी सभागार में किया गया। ग्रामीण स्तर पर नियुक्त सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों एवं एएनएम को टीबी रोगियों के पहचान और उन्हें सुविधा पहुंचाने का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के बाद यह सभी अपने क्षेत्रों में उनमें लक्षणों के आधार पर परीक्षण करेंगें। टीबी की पुष्टि होने के बाद मरीजों का पंजीकरण के साथ सरकार द्वारा निश्शुल्क इलाज की सुविधा दिलाने का प्रबंधन करेंगे।
सीएमओ डा. संजय कुमार शर्मा ने कहा कि सभी ब्लाक स्तर पर प्रशिक्षण सत्र आयोजित करउन्हें प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसमें सीएचओ और एएनएम को टीबी (क्षय रोग) के लक्षणों के आधार पर रोगियों को पहचान कर उनका जांच भेजने जानकारी दी गई। इसमें लगातार तीन हफ्ते तक खांसी के दौरान खून आता है। छाती में दर्द और सांस फूलती है। लगातार वजन का कम हो जाता है। टीबी रोगियों को पहचानने के लिए जानकारी व मरीज को कौन सी दवा कितने दिनों तक कौन सी खिलानी है, इसकी पूरी जानकारी प्रशिक्षण सत्र के दौरान दी गई। उन्हें निश्चित पोषण योजना के तहत क्षय रोगियों के पहचान होने के पश्चात उनके पंजीकरण आदि के बारे में विस्तृत जानकारी से अवगत कराया गया। कार्यशाला में बृजेश सिंह डीईएचईआईओ डबल्यूएचओ कंसल्टेंट दीपक चतुर्वेदी एआरओ अनुराग पाठक बीपीएम अनुपम शुक्ल राजेश श्रीवास्तव प्रवीण उपाध्याय नैंसी गुप्ता महीप पाण्डेय श्रवण द्विवेदी उपस्थित रहे।