जन सेवा दल का विशाल सम्मेलन: अति पिछड़ी जातियों को सत्ता में भागीदारी दिलाने का शंखनाद

रायबरेली।उत्तर प्रदेश की राजनीति में अति पिछड़ी जातियों की उपेक्षा और उनके संवैधानिक अधिकारों को लेकर 'जन सेवा दल' ने एक बड़ा बिगुल फूंक दिया है।गुरुवार को क्रिसमस के अवसर पर रायबरेली जिले के हरदासपुर स्थित एकांश मैरिज लॉन एवं गेस्ट हाउस में एक 'विशाल जन सम्मेलन' का आयोजन किया गया।इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य समाज के उस अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को सत्ता और शासन में उचित हिस्सेदारी दिलाना है,जो दशकों से मुख्यधारा से कटा हुआ है।सम्मेलन की अध्यक्षता जन सेवा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और 'विधान केसरी' के मुख्य संपादक विनेश ठाकुर (विनेश भैया) ने किया। कार्यक्रम में मुख्य आकर्षण के रूप में पॉलिटिकल जस्टिस पार्टी के संस्थापक एवं पूर्व आईपीएस अधिकारी बी.पी.अशोक उपस्थित रहे।उन्होंने अपने संबोधन में वर्तमान और पिछली सरकारों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सरकारें एससी एसटी के अधिकारों को उनसे वंचित रखना चाहती है।उनकी हक मे दावे तो बड़े बड़े किए जाते हैं किन्तु हकीकत में उन्हें कुछ नहीं मिलता है।वर्तमान सरकार एससी एसटी आरक्षण को खत्म करना चाहती है।उनकी सरकार और नौकरियों में भागीदारी नहीं देना चाहती है।उन्होंने एससी एसटी, पिछड़ा अति पिछड़ा वर्ग के लोगों को एक बैनर जन सेवा दल के साथ मिलकर सरकार बनाने की अपील किया।पूर्व आईपीएस अधिकारी बी.पी.अशोक ने आगे कहा कि वह सभी वर्ग के लोगों को सरकार,समाज और नौकरियों मे भागीदारी दिलाएंगे।साथ ही, राष्ट्रीय प्रवक्ता मंजेश ठाकुर और उमेश नंदवंशी जैसे दिग्गज नेता ने भी अपने विचार साझा किए।सम्मेलन का मुख्य एजेंडा अति पिछड़ी जातियों में कश्यप,पाल,विश्वकर्मा,लोधी पटेल,सेन सविता,बढ़ई, शर्मा,एससी एसटी और इनसे संबंधित अन्य उप-जातियों को एकजुट करना है।जन सेवा दल का स्पष्ट मानना है कि बिना राजनीतिक भागीदारी के इन वर्गों का सर्वांगीण विकास संभव नहीं है।सम्मेलन के माध्यम से निम्नलिखित प्रमुख मांगों पर जोर दिया गया।सरकारी सेवाओं में पिछड़ों के आरक्षित कोटे को पारदर्शी तरीके से लागू करना। विधानसभा और अन्य विधायी निकायों में इन जातियों को जनसंख्या के अनुपात में प्रतिनिधित्व देना।ग्रामीण क्षेत्रों में इन जातियों के विरुद्ध होने वाले भेदभाव को समाप्त कर उन्हें सम्मानजनक जीवन देना।कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जिला स्तर पर पहले ही व्यापक तैयारियां की गई।जिला अध्यक्ष हरि ओम, जिला उपाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार,अतुल ठाकुर (युवा मोर्चा) और वरिष्ठ समाजसेवी विजय बहादुर (ठेकेदार) के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने जन सेवा दल के प्रति समर्पित रहने का संकल्प लिया।पोस्टर और सोशल मीडिया के माध्यम से "चलो रायबरेली" का संदेश पूरे प्रदेश में प्रसारित किया जा रहा है।इस दौरान जिलाध्यक्ष ने घोषणा किया कि वह अपने निजी विद्यालय कर्पूरी ठाकुर इंटर कॉलेज में समाज के बच्चों को कक्षा एक से इंटर तक नि:शुल्क शिक्षा देंगे।
जिलाध्यक्ष हरिओम और गोवर्धन प्रसाद वर्मा (पप्पू प्रधान) ने जन सेवा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनेश ठाकुर को आश्वस्त किया कि वह पार्टी के लिए हमेशा समर्पित रहेंगे और दिशा निर्देशों का पालन करेंगे। पार्टी के मूल उद्देश्यों को जन जन तक पहुंचाएंगे और विशाल संगठन बनायेंगे।यह सम्मेलन न केवल रायबरेली बल्कि पूरे प्रदेश की राजनीति में एक नए समीकरण की आहट दे रहा है।जानकारों का मानना है कि यदि अति पिछड़ी जातियां इस बैनर तले एकजुट होती हैं,तो आने वाले समय में प्रदेश की सत्ता के समीकरण बदल सकते हैं।शिवकरण वर्मा और पत्रकार अनिल वर्मा की कार्यक्रम सफल बनाने में विशेष भागीदारी रही।कार्यक्रम में मुख्य रूप से धर्मेंद्र सविता जिला उपाध्यक्ष,राजेंद्र कुमार,संतोष ठाकुर , डॉ0 केसी चौधरी,अतुल ठाकुर जिला उपाध्यक्ष युवा मोर्चा,शिवकरन वर्मा,सुधांशु,अतुल सिंह,बबिता वर्मा, संध्या मौर्य,राहुल मलिक,अर्चना वर्मा,संतोष कुमार कश्यप,जेपी यादव,कांति देवी,संजय गौड़ सहित सैकड़ों की संख्या में जनसमूह उपस्थित रहा।कार्यक्रम की अध्यक्षता गोवर्धन वर्मा उर्फ पप्पू प्रधान ने किया।