पुल की आस में वर्षों से भटके ग्रामीण, आखिर खुद बना डाला अस्थायी सेतु

बच्चों के भविष्य की चिंता में ग्रामीणों ने खुद बनाया अस्थाई सेतु

खेरागढ़ (आगरा)। विधानसभा क्षेत्र खेरागढ़ की ग्राम पंचायत दनकसा आजादी के दशकों बाद भी बुनियादी सुविधा से वंचित है। गांव के समीप बहने वाली नदी पर स्थायी सेतु न होने से ग्रामीण वर्षों से परेशान हैं। बच्चों को पढ़ाई के लिए रोज नदी पार कर खेरागढ़ जाना पड़ता है, जबकि किसी के बीमार होने पर अस्पताल तक पहुंचना भी बड़ा संकट बन जाता है।

स्थानीय लोगों ने अपनी परेशानी कई बार विधायक और सांसद तक पहुंचाई, लेकिन समाधान न मिलने पर ग्रामीणों ने खुद ही पहल की। गांववासियों ने प्लास्टिक की बोरियों में बालू भरकर नदी पर अस्थायी सेतु (टेम्परेरी पैदल मार्ग) तैयार कर दिया, ताकि आवागमन रुके नहीं और बच्चे स्कूल जा सकें।

सेतु निर्माण में मनीष सिकरवार, पप्पू सिंह, कम्पोटर सिंह, सौरभ उपाध्याय, एतन सिंह आदि ग्रामीणों की प्रमुख भूमिका रही।

ग्रामीणों ने प्रशासन से स्थायी पुल निर्माण की मांग दोहराते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि उनकी वर्षों पुरानी समस्या का स्थायी समाधान हो।