* बल , वीरता के साथ नम्रता , सौम्यता देती है मां चंद्रघंटा *

दिल्ली 24 सितम्बर:~ दिल्ली के प्राचीन मंदिरों एवम नवरात्र अनुष्ठान में शुमार शाहदरा गोरख पार्क स्थित श्री राजमाता झंडेवाला मंदिर में स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी महाराज के सान्निध्य में आयोजित 123वां नवरात्र महोत्सव एवं धर्म सम्मेलन के तीसरे चरण में शक्ति स्वरूपा मां चंद्रघंटा का विधिवत पूजन अर्चन किया गया।

सदगुरु राजदरबार के प्रबंधक राम वोहरा ने बताया कि स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी महाराज के पावन सान्निध्य में चल रहे 123वां नवरात्र महोत्सव के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की आराधना करते हुए चंडी यज्ञ में आहुतियां अर्पित की गई और विधिविधान से चंद्रघंटा की पूजा के साथ श्रीविग्रह का श्रृंगार किया गया।मां के इस स्वरूप के घंटानाद से दुष्ट,दुरात्मा,नकारात्मक शक्तियां प्रकंपित होने लगती हैं। मां चंद्रघंटा देवी के साधक में सबसे बड़ी विशेषता यह आती हैं कि उसे बल वीरता तो प्राप्त होती है लेकिन साथ में नम्रता और सौम्यता का समावेश भी होने लगता हैं।बिना नम्रता और सौम्यता के बल वीरता राक्षसी प्रवृति की ओर बढ़ने लगती हैं।

आज मंदिर परिसर में आयोजित भगवती चौकी में नरेश बृजवासी, मनीष बृजवासी द्वारा अति सुन्दर अंदाज में गुरु वंदना एवं मातृ गुणगान की प्रस्तुति की गई। मनीष बृजवासी द्वारा श्याम बाबा कीर्तन की सुंदर प्रस्तुति से भक्तजनों में विशेष उत्साह देखने को मिला जिसपर भक्त नाचने को विवश हो गए।श्री राधा कृष्ण जी की नृत्य नाटिका ने भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

भक्तों ने पंक्तिबद्ध होकर मंदिर गृभगृह स्थित पवित्र गुफा में मां अष्टभुजी के साथ सदगुरु श्री राजमाता जी महाराज की समाधि पर माल्यार्पण करते हुए माथा टेका।चौकी के बाद व्रतधारी भक्तों के लिए फलाहार भंडारा प्रसाद वितरण किया गया।

राम वोहरा 9212315006