महाप्रबंधक ने ई-बुक "नेचर, हेरिटेज, स्पिरिचुअलिटी एंड बियोंड - द एनसीआर सागा" (उत्तर मध्य रेलवे के पर्यटन स्थलों पर एक ई- पुस्तक) का किया विमोचन

महाप्रबंधक ने ई-बुक "नेचर, हेरिटेज, स्पिरिचुअलिटी एंड बियोंड - द एनसीआर सागा" (उत्तर मध्य रेलवे के पर्यटन स्थलों पर एक ई- पुस्तक) का किया विमोचन

उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में, महाप्रबंधक उपेंद्र चंद्र जोशी ने ई-कॉफी टेबल बुक "नेचर, हेरिटेज, स्पिरिचुअलिटी एंड बियोंड - द एनसीआर सागा" का विमोचन किया। इस अवसर पर अपर महाप्रबंधक श्री जे. एस. लाकरा, उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय के सभी प्रमुख विभागाध्यक्ष, अन्य अधिकारी और जनसंपर्क विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

उत्तर मध्य रेलवे के जनसंपर्क विभाग द्वारा प्रकाशित यह पुस्तक उत्तर मध्य रेलवे जोन द्वारा सेवित तीन प्रमुख राज्यों - उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश एवं राजस्थान के विविध और विभिन्न पर्यटन स्थलों का व्यापक विवरण प्रदान करती है।

इस ई-बुक के माध्यम से उत्तर मध्य रेलवे जोन ऐतिहासिक, इंजीनियरिंग के अदभुत नमूनों, धार्मिक एवं सास्कृतिक स्थल और इसके अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों की संस्कृति को दर्शाया गया है। यह भारत की "समृद्ध सांस्कृतिक एवं प्राकृतिक विरासत और विविधतापूर्ण परिदृश्य" का एक प्रस्तुतिकरण है। यह ज़ोन के "महत्व और प्राकृतिक सुंदरता" पर भी बल देती है। इन स्थानों के विषय में रेलवे खंडों के अनुसार प्रमुख स्टेशनों और विशिष्ट पर्यटक स्थल तक सेवा प्रदान करने वाली ट्रेनों की जानकारी के साथ विस्तृत रूप से प्रदर्शित किया गया है।

विमोचन कार्यक्रम के दौरान,उपेंद्र चंद्र जोशी ने जोन के सुंदर और विविध स्थानों को प्रदर्शित करने के लिए जनसंपर्क विभाग के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने आगे कहा कि यह पुस्तक निश्चित रूप से इन स्थानों का दौरा करने के इच्छुक पर्यटकों के लिए एक वरदान साबित होगी। यह प्रयास क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने में भी मदद करेगा।

पुस्तक में 09 अध्याय हैं जो खंड-वार स्थानों को कवर करते हैं- 1-प्रयागराज से पं. दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन, 2-प्रयागराज से गाजियाबाद, 3-वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी से बीना, 4-प्रयागराज से वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी, 5-वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी रेलवे स्टेशन से मथुरा जंक्शन, 6-कानपुर सेंट्रल से वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी, 7-ग्वालियर से इटावा और आगरा से इटावा, 8-आगरा - बांदीकुई और 9-मथुरा - अलवर। प्रत्येक अध्याय में कुछ लोकप्रिय और कुछ बहुत कम ज्ञात गंतव्य हैं जो घूमने लायक हैं।

पुस्तक के बारे में जानकारी देते हुए उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशिकांत त्रिपाठी ने कहा, "यह ई-कॉफी टेबल बुक महत्वपूर्ण के साथ ही उन सभी पर्यटन स्थलों की झलक भी दिखाती है जो पर्यटकों के मध्य कम ज्ञात हैं। यह उस महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करती है जो उत्तर मध्य रेलवे इन स्थलों तक पर्यटकों को जोड़ने में निभाता है। रेलवे केवल परिवहन का साधन नहीं है, बल्कि यह पर्यटन और सांस्कृतिक जुड़ाव का माध्यम भी है। यह पुस्तक पर्यटकों को इन विरासत स्थलों की यात्रा करने और हमारे देश की सांस्कृतिक समृद्धि को सीधे अनुभव करने के लिए प्रेरित करेगी। मुझे विश्वास है कि यह कॉफी टेबल बुक उत्तर मध्य रेलवे के लिए पर्यटन को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।"

यह ई-बुक उत्तर मध्य रेलवे की वेबसाइट पर सार्वजनिक रूप से उपलब्ध होगी। यह पुस्तक पर्यटन प्रेमियों, रेलवे कर्मचारियों और इन स्थानों पर जाने में रुचि रखने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए एक मूल्यवान संसाधन साबित होगी।