Chandauli News: जब जनपद के अधिकारी और कर्मचारी सोकर ले रहे थे पंखे व एसी की हवा,तब रात में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचकर एसडीएम दिव्या पीड़ितों में बांट रहीं थीं राहत सामग्री,खाने का पैकेट और दवा

चंद्रप्रभा डैम से छोड़ा गया पानी, कई गांवों में घुसा बाढ़ का पानी
बाढ़ग्रस्त इलाकों में रातभर सक्रिय रहीं एसडीएम, बांटा राहत और बढ़ाया हौसला

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

चंदौली। चंद्रप्रभा डैम से लगातार पानी छोड़े जाने के बाद बरसाती नदियां उफान पर हैं, जिससे जिले के कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। हालात गंभीर होने के बावजूद राहत और बचाव कार्य में किसी तरह की कमी नहीं रखी जा रही है। शनिवार की देर रात, जब पूरा जनपद सो रहा था, तब सदर एसडीएम दिव्या ओझा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रातभर सक्रिय रहीं और पीड़ितों को राहत सामग्री व खाने के पैकेट बांटकर उनका हौसला बढ़ाती रहीं।

रात करीब 12 बजे एसडीएम अपनी टीम के साथ बबुरी-चकिया संपर्क मार्ग पर पहुंचीं, जहां पानी दो फीट तक भर गया था। खतरनाक हालात के बीच उन्होंने खुद हालात का जायजा लिया और फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने की व्यवस्था कराई। इस दौरान 600 राहत किट बांटी गईं, जिनमें सूखा राशन, पीने का पानी और दवाइयां शामिल थीं। इसके अलावा, 100 चारपाई, रजाई, गद्दा और तकिए की व्यवस्था कराई गई, ताकि प्रभावित ग्रामीण सुरक्षित स्थानों पर चैन की नींद सो सकें।
ग्रामीणों ने एसडीएम दिव्या ओझा की सराहना करते हुए कहा कि जब लोग घरों में सुरक्षित सो रहे थे, उस समय वह हर गांव में मौजूद रहकर पीड़ितों का मनोबल बढ़ा रही थीं। प्रशासन की त्वरित कार्रवाई से ग्रामीणों को काफी राहत मिली है और गांवों में उनकी संवेदनशीलता की चर्चा हो रही है।

*पूरी रात सक्रिय रही प्रशासनिक टीम*
बाढ़ग्रस्त गांवों में रातभर राहत कार्य चलता रहा। एसडीएम दिव्या ओझा ने खुद हर प्रभावित गांव का दौरा किया, हालात का बारीकी से आकलन किया और टीम को सतर्क रहने के निर्देश दिए। उनका कहना था कि ?किसी भी पीड़ित को किसी तरह की दिक्कत नहीं होनी चाहिए, प्रशासन हर स्थिति में उनके साथ खड़ा है।?

*ग्रामीणों का बढ़ा हौसला*
एसडीएम की लगातार मौजूदगी और तत्परता से प्रभावित गांवों में राहत की भावना मजबूत हुई है। ग्रामीणों ने कहा कि दिव्या ओझा जैसी संवेदनशील अधिकारी के कारण उन्हें कठिन समय में भी भरोसा मिला है। राहत चौकियों पर अब नियमित रूप से खाने के पैकेट, पीने का पानी और जरूरी सामग्री पहुंचाई जा रही है, जबकि सुरक्षित शिविरों में चारपाइयों और बिस्तरों की सुविधा ने पीड़ितों को सुकून दिया है।प्रशासन की ओर से बताया गया कि हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है, और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त राहत सामग्री और बचाव दल भी भेजे जाएंगे। एसडीएम दिव्या ओझा के नेतृत्व में जारी राहत और बचाव कार्य ने प्रभावित क्षेत्रों में लोगों के मन में सुरक्षा और विश्वास की भावना पैदा कर दी है।