राजस्थान राज्य महिला नीति 2021 के तहत सेमिनार आयोजित

खबर श्रीगंगानगर के श्रीकरणपुर से है यहां राजकीय महाविद्यालय में राजस्थान राज्य महिला नीति 2021 के तहत महिला प्रकोष्ठ की ओर से सेमिनार का आयोजन किया गया। महिला नीति नोडल अधिकारी डॉ रूपाली सैनी ने बताया कि सेमिनार में तीन सत्र रखे गए, प्रथम सत्र में राजकीय चिकित्सालय से डॉ विनोद कुमार ने पूर्व गर्भाधान और प्रसव पूर्व निदान तकनीक (पीसीपीएनडीटी) अधिनियम 1994 के प्रावधानों और उद्देश्यों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि इस अधिनियम का मुख्य उद्देश्य भ्रूण के अवैध लिंग परीक्षण को रोकना है ताकि समाज में कन्या भ्रूण हत्या पर नियंत्रण किया जा सके। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि केवल गंभीर आनुवंशिक विकार या वंशानुगत विकृति के मामलों में ही भ्रूण परीक्षण की अनुमति है।द्वितीय सत्र में डॉ राजबाला ने पोषण एवं व्यक्तिगत स्वच्छता पर छात्र - छात्राओं को विस्तृत और व्यावहारिक व्याख्यान दिया। तृतीय सत्र में नेत्रदान जागरूकता कार्यक्रम के अन्तर्गत संवाद व प्रश्नोत्तरी के माध्यम से नेत्रदान के विभिन्न आयामों से विद्यार्थियों को अवगत कराया गया। इस अवसर पर आशीष गोदारा, डॉ रीटा रहेजा, छिंद्रपाल सिंह, विकास राव, मेनका चौधरी, जसकरण सिंह की सक्रिय भागीदारी रही।