छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के आह्वान पर 22 अगस्त को कलमबंद–कामबंद आंदोलन, शासकीय सेवक रहेंगे अवकाश पर

बम्हनीडीह (जांजगीर-चांपा):छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के आह्वान पर प्रदेशभर के शासकीय कर्मचारी व अधिकारी 22 अगस्त 2025, शुक्रवार को एक दिवसीय कलमबंद?कामबंद आंदोलन पर रहेंगे। इसी कड़ी में बम्हनीडीह विकासखंड सहित जिले के विभिन्न शासकीय कार्यालयों के कर्मचारी भी अवकाश पर रहकर आंदोलन में शामिल होने की तैयारी में हैं।

फेडरेशन ने इस हड़ताल को ?मोदी की गारंटी? से जोड़ते हुए राज्य सरकार से 11 सूत्रीय मांगों को तत्काल लागू करने की अपील की है। कर्मचारियों का कहना है कि वे पिछले कई वर्षों से अपने जायज हक और सुविधाओं की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन अब तक संतोषजनक निराकरण नहीं हुआ है।

ये हैं प्रमुख मांगें

केंद्र के समान महंगाई भत्ता (DA) देय तिथि से लागू करना।

जुलाई 2019 से लंबित महंगाई भत्तों के एरियर्स राशि का जी.पी.एफ. खाते में समायोजन

विभिन्न संवर्गों में लंबित वेतन विसंगति दूर करना।

अर्जित अवकाश नगदीकरण को 300 दिवस तक बढ़ाना।

चार स्तरीय समयमान वेतनमान लागू करना

प्रथम नियुक्ति से सेवा गणना कर संपूर्ण पेंशन व अन्य लाभ देना।

इनके अलावा भी कुल 11 मांगों को लेकर फेडरेशन ने सरकार पर दबाव बनाने रणनीति बनाई है।

आंदोलन को लेकर कर्मचारियों में उत्साह

फेडरेशन के स्थानीय पदाधिकारियों का कहना है कि इस आंदोलन के लिए सभी संवर्गों के कर्मचारी एकजुट हैं। शिक्षकों से लेकर लिपिक, तकनीकी स्टाफ से लेकर अधिकारी स्तर तक, सभी वर्ग अपने-अपने कार्यालयों से 22 अगस्त को अवकाश पर रहेंगे।

कर्मचारियों का कहना है कि यह आंदोलन किसी सरकार विरोध का नहीं, बल्कि अपने हक और अधिकार के लिए है। वर्षों से लंबित मांगों पर अब तक ठोस निर्णय नहीं होने से कर्मचारियों में गहरी नाराजगी व्याप्त है।

जिले में कामकाज पर असर

जिले के अधिकांश शासकीय कार्यालयों, स्कूलों और अन्य विभागीय संस्थानों में इस हड़ताल का असर साफ देखने को मिलेगा। कार्यालयों में कामकाज ठप रहने की संभावना है। वहीं, जनसामान्य को आवश्यक सेवाओं में कुछ असुविधा हो सकती है।

फेडरेशन ने स्पष्ट किया है कि यदि उनकी मांगों पर ठोस पहल नहीं की गई, तो आने वाले दिनों में आंदोलन और उग्र किया जा सकता है।

Citiupdate के लिए समीर खूंटे की रिपोर्ट...