कुशीनगर: ट्वीट किया तो दरोगा ने दी धमकी, तहरीर बदलने का बनाया जा रहा दबाव

कुशीनगर में दरोगा की दबंगई! नाबालिग पर हमला, ट्वीट करने पर मिली गालियां और धमकी। पीड़ित पर तहरीर बदलवाने का बनाया जा रहा दबाव। हिंदू संगठन पर भी थाना प्रभारी ने की अभद्र टिप्पणी। आखिर कब सुधरेगा सिस्टम?कुशीनगर उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जीरो टॉलरेंस की नीति की बात करते हैं लेकिन ज़मीनी हकीकत इससे बिल्कुल अलग नजर आ रही है। कुशीनगर जिले के तरया सुजान थाना क्षेत्र से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है।सूत्रों के अनुसार, थाना से महज एक किलोमीटर दूर गड़हिया चिंतामन गांव का एक नाबालिग लड़का इस्माइल चौक पर सामान लेने गया था। वहां पहले से मौजूद ?महाकाल ग्रुप? के बदमाशों ने उस पर जानलेवा हमला कर दिया। बताया जा रहा है कि इस घटना के पीछे पुराने पारिवारिक विवाद की भूमिका है।हमलावरों में से एक सोनू उर्फ बिल्लू नामक युवक पर पहले भी शिकायतकर्ता की बहन के साथ दुष्कर्म की कोशिश का मुकदमा दर्ज हो चुका है। घटना के बाद जब पीड़ित परिवार थाने पहुंचा तो थाना प्रभारी मौजूद नहीं थे। पीड़ित ने तहरीर जमा कर घर लौटकर घटना की जानकारी अपने बड़े भाई मृत्युंजय को दी, जिन्होंने यह पूरा मामला ट्विटर के माध्यम से उच्चाधिकारियों तक पहुंचाया।ट्वीट करने पर दरोगा की गाली और धमकी ट्वीट सामने आते ही थाना प्रभारी ने पीड़ित को थाने बुलाकर न सिर्फ गालियां दीं बल्कि धमकी भी दी कि अगर दोबारा ट्वीट किया तो शराब तस्करी जैसे झूठे केस में जेल भेज देंगे।हिंदू संगठन को भी नहीं बख्शा मृत्युंजय का ट्विटर हैंडल ''''हिन्दू सनातन सेना'''' नामक संगठन से जुड़ा है, जिसमें वे जिला कार्यकारिणी सदस्य हैं। आरोप है कि थाना प्रभारी ने इस संगठन के खिलाफ भी अभद्र भाषा का प्रयोग किया।तहरीर बदलवाने का दबाव, अब तक नहीं हुई FIR पीड़ित परिवार पर लगातार तहरीर बदलवाने का दबाव बनाया जा रहा है। अब तक इस मामले में एफआईआर दर्ज नहीं की गई है, जिससे साफ है कि पुलिस मामले को रफा-दफा करने में लगी है।प्रशासन से सवाल: जब पीड़ित की शिकायत पर कार्रवाई की जगह उसे धमकियां दी जा रही हैं, तो ऐसे में आम जनता न्याय की उम्मीद किससे करे?