एटा: राशन डीलर पर घटतौली और अनियमितता के आरोप, ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन

एटा, उत्तर प्रदेश। जनपद एटा के विकासखंड अवागढ़ की ग्राम पंचायत हिनौना के ग्रामीणों ने राशन डीलर भूपेंद्र सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी को शिकायती पत्र सौंपा है। ग्रामीणों का कहना है कि डीलर पात्र कार्डधारकों को राशन नहीं देता है, और जो राशन देता भी है, उसमें दो से तीन किलो तक की कटौती करता है।

ग्राम पंचायत हिनौना में नगला रामजीत और ओनेरा दो मजरे शामिल हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि सरकारी सस्ता गल्ला की दुकान को गांव में स्थापित करने की योजना थी, लेकिन राशन डीलर ने प्रशासन को गुमराह कर निर्माण कार्य रुकवा दिया। फिलहाल, वह अपनी निजी आवासीय जगह से दुकान चला रहा है, जो नियमों के खिलाफ है।

ग्रामीणों के अनुसार, जब लाभार्थी राशन लेने पहुंचते हैं, तो कई बार उन्हें बिना राशन दिए ही लौटा दिया जाता है। और जिन लोगों को राशन दिया जाता है, उन्हें सरकारी तय मात्रा से कम दिया जाता है।

ग्रामीणों ने की निष्पक्ष जांच की मांग

गांव के लोगों का कहना है कि राशन डीलर की मनमानी लंबे समय से चल रही है, लेकिन अब वे इसके खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। मोहनलाल प्रधान, मुरारी लाल, विजय पाल, मूलचंद्र, संतोष कुमार, मुकेश कुमार, रहीश पाल, रविकांत सहित अन्य ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से डीलर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

ग्रामीणों की मांगें:

  1. राशन डीलर के खिलाफ जांच हो और कार्रवाई की जाए।
  2. हिनौना गांव में ही सरकारी उचित दर की दुकान खोली जाए।
  3. ग्रामीणों को तय मात्रा में बिना कटौती के राशन मिले।

एक ग्रामीण ने बताया:"हम जब राशन लेने जाते हैं तो राशन डीलर बहाने बनाकर भगा देता है। अगर राशन मिलता भी है, तो 2-3 किलो कम तौलकर देता है। यह हमारे हक की खुली लूट है। हमने प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग की है।"

ग्रामीणों के विरोध और शिकायत के बाद अब देखना यह होगा कि प्रशासन क्या कदम उठाता है? यदि इस मामले की सही से जांच होती है, तो गरीब और जरूरतमंद लोगों को उनका हक मिल सकता है।

रिपोर्ट: रमेश जादौन, जलेसर (एटा)