चकिया। जिला संयुक्त चिकित्सालय के महिला वार्ड में बेड के नीचे आराम फरमा रहा कुत्ता, व्यवस्था पर उठा सवाल

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय�

चकिया।उत्तर प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में बेहतर सुविधा और इलाज करने का दावा किया जाता रहा है लेकिन जमीनी हकीकत अलग दिखती है। बृहस्पतिवार को चकिया स्थित जिला संयुक्त चिकित्सालय के एक महिला वॉर्ड में मरीजों के साथ एक बेड के �कुत्ते के बैठने की तस्वीर सामने आई है। विभाग की तरफ से चौबीसों घण्टे कर्मचारी और डॉक्टर मरीजों की सेवा और इलाज करने के लिए मौजूद होते हैं, उसके बावजूद ऐसी तस्वीर पूरी व्यवस्था पर सवाल जरूर खड़े करती है ।

वैसे सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की कमीऔर दवाइयों की कमी के साथ साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था ना होने के मामले सामने आते ही रहे हैं। इससे ज्यादातर लोग रूबरू भी होंगे। लेकिन मरीजो को जहां इलाज के लिए भर्ती किया जाता हो, वहां के एक खाली बेड के नीचे कुत्ते के आराम फरमाने की तस्वीर सोचने को मजबूर करती है। बृहस्पतिवार को अस्पताल के महिला वॉर्ड में खाली बेड के नीचे एक कुत्ता आराम से बैठा था। इसका वीडियो इलाज कराने गए एक परिजन ने बना लिया। वीडियो सामने आने के बाद अस्पताल की फजीहत होने के साथ व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

वही इस संबंध में सीएमएस दो रामबाबू सिंह ने कहा कि जिला संयुक्त चिकित्सालय के महिला वार्ड में बेड के नीचे कुत्ता के बैठने का मामला संज्ञान में नहीं है। मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद ही कुछ पता चल पाएगा।

*पूर्व में भी कुत्ते के बेड पर सोने का मामला आ चुका है सामने*

चंदौली जनपद के चकिया स्थित जिला संस्कृत चिकित्सालय में महिला वार्ड में बेड के नीचे कुत्ते के बैठने का यह कोई नया मामला नहीं है। इसके पूर्व भी जिले के शहाबगंज स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों के बेड पर कुत्ते के आराम फरमाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। इस मामले में कुत्ते ने लखनऊ तक धमाल मचाई थी जिसके बाद डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने संज्ञान लेते हुए दोषियों पर कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए थे इसके बाद कई लोगों पर कार्रवाई भी हुई थी। हालांकि अब चकिया में ऐसा मामला देखा जा रहा है।