चकिया: महीनों से हस्ताक्षर बनाने के बाद स्कूल छोड़कर अक्सर गायब रहते हैं गुरूजी,एक टीचर के सहारे चलता है विद्यालय,गर्त में नौनिहालों का भविष्य

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

चकिया:बेसिक शिक्षा विभाग में जिम्मेदारों की सांठगांठ के चलते अध्यापकों की मौज है। जहां विद्यालयों में छात्रों की उपस्थिति बंद है,वहीं कुछ अध्यापक भी विभागीय मिलीभगत के चलते गायब रहते हैं। शनिवार को ग्रामीणों की शिकायत पर परिषदीय विद्यालयों की पड़ताल में सांठगांठ वाले गढ़वा सेमरौर गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक राधेश्याम गायब मिले। ग्रामीणों ने बताया कि प्रधानाध्यापक अधिकतर गायब रहते हैं। इस मामले में एबीएसए रामटहल ने बताया कि प्रधानाध्यापक द्वारा विद्यालय पर न जाने की शिकायत मिली है शनिवार को भी प्रधानाध्यापक अनुपस्थित मिला है। जिसका एक दिन का वेतन काटकर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

शनिवार को चकिया विकासखंड क्षेत्र के गढ़वा सेमरौर गांव के ग्रामीणों ने शिकायत किया कि विद्यालय पर कभी प्रधानाध्यापक नहीं आते हैं और अगर आते भी हैं तो हस्ताक्षर बनाकर वापस चले जाते हैं।जिस विद्यालय में पढ़ने वाले नौनिहालों का भविष्य अधर में है। जब विद्यालय पर पहुंच कर देखा गया तो प्रधानाध्यापक मौके से गया मिले।उनसे बात करने पर बताया कि हम अपने निजी काम से घर आ गए हैं। वही खंड शिक्षा अधिकारी राम टहल ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत के आधार पर प्रधानाध्यापक के अनुपस्थित रहने पर एक दिन का वेतन काटने के साथ ही आगे की कार्रवाई जारी है।