नशे की दुनिया में धकेलने वालों के आगे कानून व्यवस्था नतमस्तक..!!

नशे की दुनिया में धकेलने वालों के आगेकानून व्यवस्था नतमस्तक..!!

समाज,परिवार और सरकार के लिए गंभीर चिंता..!!

इसौरी रामनगर-
जानते हैं कि नशा एक अभिशाप है लेकिन उसके बावजूद भी नशे का प्रचलन रुकने का नाम नहीं ले रहा है यहां तक की फिल्मों में नशे के दृश्य खुलेआम दिखाई जाती हैं बल्कि फिल्म इंडस्ट्री में विज्ञापन दिखाने का प्रचलन चला हुआ है समाज के लिए नशा बड़ा घातक है और इसके रोकथाम के लिए जब तक समाज,परिवार व सरकार आगे नहीं आएगा यह भी बदस्तूर चलता रहेगा और मासूम बच्चों को अपनी गिरफ्त में लेकर नशे का आदि बनाता रहेगा!इस नशे से नशा करने वालों का ही नहीं उसके परिवार का भी जीवन बर्बाद होता है!नशे की लत ने इंसान को उस स्तर पर लाकर खड़ा कर दिया है कि व्यक्ति मादक पदार्थों के सेवन के लिए किसी भी हद तक जा सकता है और जुर्म करने से भी परहेज नहीं करता!एक यह तथ्य भी हैरान करने वाला है कि नशे के मामले में महिलाएं भी पीछे नहीं हैं! महिलाओं द्वारा भी इस तरह के मादक पदार्थों का सेवन देखने को मिल रहा है!व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन में तनाव,प्रेम संबंध,दांपत्य जीवन व तलाक आदि कारण भी नशे की बढ़ती लत के लिए जिम्मेदार हैं! बच्चों और युवाओं में वैकल्पिक नशे की लत जिस तेजी से फैलती जा रही है वह समाज और सरकार के लिए गंभीर चिंता का विषय होना चाहिए! लेकिन देखने में ये आ रहा है कि काली कमाई करके नौजवान पीढ़ी को नशे की दुनिया में धकेलने वालों के आगे हमारी कानून-व्यवस्था नतमस्तक है! वैकल्पिक नशे की जद में सबसे ज्यादा स्कूली बच्चे आ रहे हैं!वैकल्पिक नशे के खिलाफ सरकार और समाज दोनों को व्यापक अभियान चलाने की जरूरत है! साथ ही इस तरह के नशे का सामान मुहैया कराने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी हो! तभी हम अपनी भावी पीढ़ी को नशे के चंगुल से बचा पाएंगे।
इसी कड़ी में जनपद अम्बेडकरनगर के तहसील आलापुर क्षेत्र में चौंकाने वाला मामला जनसूचना अधिकार के तहत सामाजिक कार्यकर्ता सुनील कुमार के द्वारा दिनांक 21/5/2024 को जिला आबकारी विभाग से मांगने पर उभरकर सामने आया है।जिसमें लाखों रूपये हानि राजस्व विभाग को जिले के आबकारी व प्रशासनिक विभाग मौन स्वीकृत से बढ़ावा दिया जा रहा है।जनसूचना में स्पष्ट बताया गया है कि जिले के तहसील आलापुर अन्तर्गत कुल सरकारी ताड़ी की कुल ग्यारह दूकानें ही हैं जबकि मौजूदा समय में अनगिनत अवैध ताड़ी की दूकानें खुलेआम ताड़ी की विक्री करते देखा जा सकता है। जिसमें आलापुर तहसील क्षेत्र में ही रामनगर,चहोड़ा,मकरहीं,बिड़हर,इत्यादि बाजारों में धड़ल्ले से बाकायदा बेरोकटोक अवैध ताड़ी की विक्री की जाती है। जबकि जिले के जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक का समस्त विभाग को सख्त निर्देश है कि अवैध कार्यों के प्रति सख्ती से पेश आयें परंतु ऐसा देखने को नहीं मिल रहा है।परंतु इसके जवाब में अभी तक किसी सक्षम विभाग द्वारा अवैध ताड़ी की दूकानों के प्रति कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई है।
फलत: क्षेत्र में ताड़ी का अवैध कारोबार फलता फूलता हुआ खुलेआम हो रहा है। ताड़ी का अवैध धंधा गर्मी के सीजन में डिमांड बढ़ने पर चमक उठता है।अधिक बिक्री पर ताड़ी में पानी फिर नशे को पूरा करने के लिए जहरीले पदार्थ मिलाकर बेची जाती है। जिससे क्षेत्र के नवयुवक नशे के आदी हो रहे हैं।और समय समय पर जहरीली ताड़ी के नशे के कारण व्यक्ति काल के गाल में भी समाते रहे हैं।तब प्रशासन की निद्रा भंग होती है।आबकारी विभाग को कई बार जनता,सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस अवैध ताड़ी के कारोबार की जानकारी दी पर विभाग की तरफ से अभी तक संज्ञान नहीं लिया गया।