लोनी स्वास्थ्य केन्द्र में रिश्वत लेने का मामला आया सामने सीएससी प्रभारी ने दिए सक्त जांच के निर्देश

लोनी गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के योगी सरकार में सख़्त निर्देशों के बाद भी विभागों में काम के बदले वसूली का खेल बदस्तूर जारी है मामला गाज़ियाबाद के लोनी स्वास्थ्य केन्द्र का है जहाँ पर ईलाज कराने आये लोगों ने विभाग के मौजूदा डॉक्टरों पर गम्भीर आरोप लगाए है

जहां पर ईलाज कराने आने वाले मरीजों की जेब पर सीधा डांका डाला जा रहा है *चाहे वो डिलीवरी के दौरान ली जाने वाली सुविधा शुल्क का मामला हो या इमरजेंसी में ईलाज कराने आये लोगों से शुल्क वसूलने का मामला हो या पंजीकरण शुल्क हो जिसमें 1 रुपये की जगह पाँच रुपये लेने का मामला सामने आया है* वही लोनी स्वास्थ्य केन्द्र में रिश्वत का यह खेल सामने आने के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी कार्रवाई से कतरा रहे हैं। जबकि उप मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने खुद लोनी आकर जनता के सामने एक भी टिकिया बाहर से न लेने की बात कहकर गए थे। अब बड़ा सवाल ये है कि लोनी की जनता बाहर से दवाई लेगी नही स्वास्थ्य केंद्र से मिलेगी नही तो जनता आखिर कहाँ जाए। साथ ही आपको बता दे की इलाज करवाने आई महिला के पति को अपने आपको संविदा कर्मी डॉक्टर बता कर अपना संपर्क सूत्र देकर भार जांच के लिए भेजा वही महिला के पति के द्वारा विरोध करने पर सीएससी लोनी में मचा हड़कम। सीएससी लोनी प्रभारी द्वारा पीड़ित से तहरीर ले ली गई है प्रभारी ने उचित जांच का दिया निर्देश।