जिंदगी की बुझती लौ को दिया जीवन एक दीप ने,,

जिंदगी की बुझती लौ को दिया जीवन एक दीप ने,,

� � �पिछले 10 साल से लिवर की गम्भीर बीमारी से पीड़ित श्रीगंगानगर के इंदिरा कालोनी निवासी अभिषेक भारद्वाज की माता इंदिरा देवी लीवर प्रत्यारोपण के बाद आज अपने को नया जीवन देने वाले बिहाणी ट्रस्ट के प्रमुख जयदीप का आभार जताते नहीं थकती।

� � इंदिरा देवी के पुत्र अभिषेक भारद्वाज का कहना है कि मां के बचने की उम्मीद छोड़ चुके थे, इलाज पर चिकित्सकों ने 25लाख रुपए का खर्च बताया और इतनी बड़ी रकम हम अपना घर बार बेच कर भी नहीं जुटा पाते ।
� � � � � ऐसे समय में मित्रों की सलाह पर वह सेठ गिरधारी लाल बिहाणी सनातन धर्म शिक्षा ट्रस्ट के अध्यक्ष जयदीप बिहाणी के पास गए और उन्होंने दिलासा देते हुए �कहा कि तुम चिंता ना करो जितना खर्चा आएगा इसकी व्यवस्था मैं खुद करूँगा।
� � � � � आज जयदीप बिहानी की बदौलत इंदिरा देवी ने अपनी जिंदगी की डोर को फिर से थाम लिया है और खुशी-खुशी अपना जीवन व्यतीत कर रही है।
� � � � �गौरतलब है कि इंदिरा देवी 2011 से लिवर की बीमारी से पीड़ित थी स्थानीय स्तर पर इसका उपचार चलता रहा लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। 2021 आते-आते चिकित्सकों ने इंदिरा देवी का जीवन बचाने के लिए ट्रांसप्लांट की सलाह देते हुए अपने हाथ खड़े कर दिए थे। अभिषेक ने सभी से मदद की गुहार की, मगर कईयों ने हौसला दिया कईयों ने हल्के-फुल्के पैसे देने की बात कही मगर काम नहीं बना ।
� � � � �अंत में कुछ मित्रों की सलाह पर उम्मीद की आखिरी किरण के रूप में वे बिहाणी ट्रस्ट के अध्यक्ष जयदीप बिहाणी �से मिले जयदीप बिहाणी ने ट्रस्ट की ओर से ₹100000 का सहयोग देते हुए उपचार शुरू करने व �पूरे खर्च की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया।
� � � � � मगर मुसीबतें यहीं खत्म नहीं हुई दिल्ली के जिस अस्पताल में लिवर ट्रांसप्लांट की बात हुई थी उसने इस पर 17,00,000 का खर्च बताया लिवर डोनर की सभी व्यवस्थाएं हो चुकी थी । लेकिन श्रीगंगानगर की ब्लड रिपोर्ट में गलत तथ्य होने के कारण एन मौके पर लिवर ट्रांसप्लांट का काम अटक गया ।
� � � � �तब दिल्ली के ही मैक्स हॉस्पिटल से संपर्क किया तो उन्होंने इस पर ₹2500000 का खर्च होना बताया और वही कोलकाता से उनकी मां के ब्लड ग्रुप की कोई डोनर भी मिल गई। अभिषेक की मां इंदिरा देवी को दूसरे मरीज कोलकाता के मनोजित शाह की पत्नी अनिमा शाह का लिवर डोनेट किया जबकि मनोज शाह की को अभिषेक की बहन मीनाक्षी ने अपना लिवर डोनेट किया ।
� � � � �23 जून को लिवर ट्रांसप्लांट सफल हुआ ,इंदिरा देवी की तबीयत आज काफी बेहतर है । 1 माह तक चिकित्सकीय निगरानी में रखने के बाद उसे अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है और वे अपने घर पर पूर्णता स्वस्थ हैं। �
� � � � कोलकाता के मनोजित शाह को अपना लिवर डोनेट करने वाली 16 वर्षीय मीनाक्षी का कहना है कि हम अपनी मां के लिए कुछ भी कर सकते हैं ,मैं अपना लीवर दे सकती थी, लेकिन इतनी भारी धनराशि में कैसे लगाना हमारे बस की बात नही थी। आज बिहानी ट्रस्ट के जयदीप बिहानी की सह्रदयता से मेरी मां की जिंदगी बची है। � � �
� � � � �गौरतलब है कि बिहानी ट्रस्ट इस प्रकार के सेवाभावी कार्यों के जरिये लोगो की जिंदगी बचने में पिछले 7-8 दशक से लगातार जुटा हुआ है।