असंभव लेकिन सच! घर बैठकर शिक्षिका कर रही नौकरी अफसरों को पता ही नहीं

बीसलपुर - बेसिक शिक्षा विभाग में एक ऐसी शिक्षिका भी है जो लंबे समय से कागजों पर नौकरी कर रही है वह स्कूल कभी कबार ही जाती है मगर वेतन का भुगतान पूर्ण रूप से उसके खाते में हो रहा है किसी भी तरह का कोई वेतन नहीं कटता। मामले तब संज्ञान में आया जब इसकी शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल व अधिकारियों को ट्वीट करके दी गई। आपको बताते चलें मामला बीसलपुर के चुर्रा स्थित भगवंतपुर करोड़ प्राथमिक विद्यालय का है करीब एक साल पहले सुनीता गंगवार ने सहायक अध्यापिका के रूप में कार्यभार ग्रहण किया था। उसके बाद कुछ दिनों तक वह स्कूल गई।सूत्रों की माने तो सांठगांठ कर शिक्षिका ने स्कूल जाना बंद कर दिया और वह घर बैठकर ही नौकरी करने लगी। शिक्षिका रहने वाली बीसलपुर की है और उसकी ससुराल बरेली में है। बताया जाता है कि शिक्षिका का पति भी बेसिक में शिक्षक रह चुका है दुबई में नौकरी लगने के बाद आराम से कई महीनों का वेतन लेता रहा और मौज करता रहा। उसके बाद जब मामला संज्ञान में आया तब उसकी गोपनीय जांच की गई जिसमें उसे बर्खास्त कर दिया गया। यही रवैया उसकी पत्नी शिक्षिका अपना रही है वर्ष 2020 में शिक्षिका मात्र तीन-चार दिन ही विद्यालय पहुंची लेकिन फिर भी उसकी हाजिरी पूरी निकली और वेतन भी उसके खाते में समय से पूरा भेजा जा रहा है अब सोचने वाली है कि इतना सब होने के बाद भी आला अधिकारियों को इस बात की कानो कान खबर भी नहीं लगी। इससे खंड शिक्षा अधिकारियों की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े होते हैं। इस संबंध में प्रभारी बीएसए मदनलाल का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है इस मामले में खंड शिक्षा अधिकारी से गोपनीय जांच पड़ताल कर लिखित रिपोर्ट मिलते ही शिक्षिका के दोषी पाए जाने पर निलंबन और बर्खास्त की कार्रवाई की जाएगी।