Lockdown: सड़कों पर ठेलिया खींचता बचपन 

सुल्तानपुर. शहर की गालियों से बाहर आई इस तस्वीर मे बहुत सारी बातें छुपी हुई हैं। गांव-देहात तो दूर शहरी क्षेत्र मे लोगों के आगे दो जून की रोटी की विकट समस्या है। दूसरी महत्वपूर्ण बात इस तस्वीर मे ये कि लाकडाउन मे प्रशासन लचरशील है। वरना बिन पास ये नाबालिग ठेला लेकर सड़क पर कैसे आते? तीसरी अत्यंत महत्वपूर्ण बात ये कि इस तरह अन्य व्यक्ति भी बगैर पास के शहरी एरीये मे धंधा चला रहे होगे।

ये तस्वीर है कोतवाली नगर के कृष्णा नगर मोहल्ले की। एक ठेलिया लिए ये तीन नाबालिग लड़के गली के अंदर सब्जियां बेंच रहे हैं। इनमे से किसी का पास नही है, फिर भी ये धड़ल्ले से सब्जियां बेंच रहे हैं। इनसे बात करने पर पता चला कि घर मे एक जून चूल्हा जल जाए इसलिए ये ऐसा कर रहे। ऐसे मे बड़ा सवाल ये है कि प्रशासन, राजनैतिक दल और सामाजिक संगठन फिर किनके पेट भर रहे जब शहरी क्षेत्र मे स्थित ये है।

हालांकि डीएम सी. इंदुमति ने सबको निर्देशित कर रखा है कि अनावश्यक रूप से रोड पर कोई न निकलें और घर पर ही रहे, लाॅक डाउन का शत-प्रतिशत अनुपालन करें। डीएम ने अब तक कई जगह दुकान खुली पाये जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त किया है, उन्होंने तत्काल दुकानो को बन्द कराकर दोबारा दुकान न खोलने की हिदायत दी है। उनका कहना है कि कानून का उल्लंघन करेगा उसके खिलाफ कठोर कानूनी कार्यवाही की जायेगी। बावजूद इसके सांसद मेनका गांधी के अस्थाई निवास स्थान वाले मोहल्ले मे बगैर परमिट की सबसे अधिक दुकाने और सब्जी के ठेले घूमते मिल रहे हैं।