नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस का प्रदर्शन, हरदोई में बीजेपी कार्यालय घेराव की कोशिश नाकाम, पुलिस से हुई धक्का-मुक्की

हरदोई। नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा भारतीय जनता पार्टी कार्यालय के घेराव के ऐलान के बाद गुरूवार को जिले का राजनीतिक माहौल गरमा गया। कांग्रेस जिला अध्यक्ष विक्रम पांडेय के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता बीजेपी कार्यालय की ओर कूच कर रहे थे। इसी दौरान लखनऊ चुंगी के पास पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर रास्ता रोक दिया, जिससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की की स्थिति बन गई।
हालात बिगड़ते देख पुलिस ने सख्ती बरतते हुए मौके पर मौजूद सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया और उन्हें पुलिस लाइन भेज दिया। प्रदर्शन को देखते हुए क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था, जिससे किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। पुलिस की कार्रवाई से बीजेपी कार्यालय का घेराव नहीं हो सका।
इस घटनाक्रम को लेकर कांग्रेस जिला अध्यक्ष विक्रम पांडेय ने जिला प्रशासन की भूमिका पर कड़ा विरोध दर्ज कराया। उन्होंने आरोप लगाया कि ईडी और सीबीआई जैसी केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर भाजपा कांग्रेस नेताओं को बदनाम करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता शांतिपूर्ण ढंग से अपनी बात रखने के लिए जा रहे थे, लेकिन प्रशासन ने पूर्वाग्रह के तहत उन्हें रास्ते में ही रोक लिया।
विक्रम पांडेय ने सवाल उठाया कि जब पूर्व में भाजपा नेता कांग्रेस कार्यालय तक पहुंचे थे, तब प्रशासन ने कोई रोक-टोक नहीं की, लेकिन कांग्रेस को बीजेपी कार्यालय जाने से क्यों रोका गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी डॉ. भीमराव अंबेडकर के संविधान में विश्वास रखती है और कानून के दायरे में रहकर संघर्ष करती रहेगी।
वहीं, सीओ सिटी अंकित मिश्रा ने बताया कि कांग्रेस द्वारा एक राजनीतिक कार्यालय के घेराव का कार्यक्रम प्रस्तावित था। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से कोतवाली शहर और कोतवाली देहात पुलिस ने सभी कार्यकर्ताओं को डिटेन कर पुलिस लाइन भेज दिया। उन्होंने कहा कि पूरा घटनाक्रम शांतिपूर्वक निपटाया गया है और आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
घटना के बाद जिले में राजनीतिक चर्चाएं तेज हो गई हैं और कांग्रेस ने प्रशासन की निष्पक्षता पर सवाल खड़े किए हैं।