डीडीयू जंक्शन पर ट्रेन से 7 नाबालिग रेस्क्यू, बाल मजदूरी की कोशिश नाकाम

चंदौली। बाल मजदूरी की रोकथाम और समय रहते रेस्क्यू?में रेलवे सुरक्षा बल ने बड़ी सफलता हासिल की है। रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट डीडीयू द्वारा ऑपरेशन आहट / ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते* के तहत चलाए गए चेकिंग अभियान में डीडीयू जंक्शन के प्लेटफार्म संख्या 03 पर गाड़ी संख्या 15636 ओखा एक्सप्रेस के सामान्य कोच से 7 नाबालिग लड़कों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया।

जांच के दौरान पूछताछ में सामने आया कि सभी बच्चे बिहार के किशनगंज और कटिहार जिलों के निवासी हैं और बिना परिजनों को बताए अहमदाबाद की कपड़ा फैक्ट्री में काम करने जा रहे थे। यह मामला बाल मजदूरी और बच्चों की तस्करी की आशंका से जुड़ा होने के कारण अत्यंत संवेदनशील माना गया।

आरपीएफ ने तत्परता दिखाते हुए बच्चों को सुरक्षित ट्रेन से उतारकर पोस्ट डीडीयू लाया। इसके बाद बचपन बचाओ आंदोलन और चाइल्ड लाइन डीडीयू के सहयोग से सभी बच्चों की काउंसलिंग कराई गई तथा उनके परिजनों को सूचना दी गई। आवश्यक कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद बच्चों को अग्रिम देखभाल व पुनर्वास के लिए चाइल्ड लाइन के ऑन-ड्यूटी स्टाफ के सुपुर्द किया गया।

यह कार्रवाई दर्शाती है कि सतर्क चेकिंग और समन्वय से नाबालिगों को शोषण से बचाया जा सकता है। आरपीएफ ने यात्रियों से भी अपील की है कि संदिग्ध परिस्थितियों में बच्चों की यात्रा की सूचना तुरंत रेल सुरक्षा बल को दें, ताकि समय रहते मदद की जा सके।