एटा: पति के भाइयों ने विधवा को किया बेघर, मृतक का हिस्सा भी हड़प लिया।

*एटा: पति के भाइयों ने विधवा को बेघर किया: मृतक का हिस्सा भी हड़प लिया।*�


�*संवाददाता: रमेश जादौन✍️ सिटी अपडेट न्यूज़।*�


एटा। पैतृक मकान से वृद्ध विधवा को बेदखल करने का जघन्य मामला सामने आया है। जनपद एटा के थाना कोतवाली देहात क्षेत्र के गांव नगला गलू की रहने वाली वृद्ध विधवा कोकिला देवी ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाई है कि उसके देवरों ने कपटपूर्ण तरीके से उसके मृत पति का हिस्सा भी बेच डाला और उसे बेघर कर दिया।पीड़िता कोकिला देवी ने बताया कि उनके ससुर स्वर्गीय बहोरी सिंह ने अपनी कमाई से जमीन खरीदी और उस पर आवासीय मकान बनवाया था। बहोरी सिंह के तीन पुत्र थे ? स्वर्गीय अमर सिंह (कोकिला देवी के पति), अनार सिंह और अरब सिंह। पिता की मृत्यु के बाद यह संपत्ति तीनों भाइयों की संयुक्त पैतृक संपत्ति हो गई थी, जिसमें तीनों का बराबर-बराबर हिस्सा था।पति अमर सिंह की मृत्यु के बाद देवर अनार सिंह व अरब सिंह ने मिलीभगत कर फर्जी कागजात तैयार किए और अपने मृत भाई अमर सिंह के हिस्सा भी अपने नाम दिखाकर पूरा मकान गांव की ही एक अन्य महिला के नाम बेच डाला। इस तरह उन्होंने न केवल विधवा को उसका वैध हिस्सा मार लिया, बल्कि मृतक भाई का हिस्सा भी अवैध रूप से हड़प लिया।बेच दिया।कोकिला देवी ने रोते हुए कहा, ?अब इस उम्र में मैं सड़क पर आ गई हूँ। मेरे अपने ही मुझे बेघर कर रहे हैं। मेरे पति का कानूनी हिस्सा भी इन्होंने बेच डाला। मैं न्याय के लिए दर-दर भटक रही हूँ।

�*?कानूनी विशेषज्ञों का स्पष्ट मत-*�
वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत पुंढीर ने इस मामले पर कहा, ?पैतृक संपत्ति में सभी पुत्रों का बराबर अधिकार होता है। पुत्र की मृत्यु के बाद उसका हिस्सा उसकी विधवा पत्नी और बच्चों को हस्तांतरित हो जाता है। देवरों द्वारा विधवा का हिस्सा मारना और मृत भाई का हिस्सा भी बेचना धोखाधड़ी, जालसाजी एवं आपराधिक विश्वासघात की श्रेणी में गंभीर दंडनीय अपराध है। पुलिस को तत्काल मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करनी चाहिए।?फिलहाल पीड़िता ने एसएसपी से मुकदमा दर्ज करने और उसे उसका वैध हिस्सा दिलाने की गुहार लगाई है। मामले ने पूरे क्षेत्र में आक्रोश पैदा कर दिया है।


रिपोर्ट: रमेश जादौन एटा।