गलत इलाज का आरोप लगाने पर रेलकर्मी परिवार थाने पहुँचा ,पत्नी बोलीं—पति की जान को खतरा, जांच हो

चंदौली। डीडीयू रेल मंडल के लोको पायलट किशोर कुमार के इलाज को लेकर उठे विवाद ने नया मोड़ ले लिया है। रेलकर्मी की पत्नी नैन्सी का आरोप है कि अर्थो वार्ड में भर्ती उनके पति को गलत दवा और गलत इंजेक्शन दिया गया जिससे उनकी हालत और बिगड़ गई तथा जान का खतरा पैदा हो गया। इस संबंध में उन्होंने 11 नवंबर को वीडियो जारी कर अधिकारियों को लिखित शिकायत भी सौंपी थी।

नैन्सी का कहना है कि उन्होंने कई बार अपने पति के उपचार से संबंधित पूरा मेडिकल रिकॉर्ड मांगा लेकिन रेलवे चिकित्सा विभाग ने जानकारी देने से परहेज किया।

इसी बीच आज सुबह रेलवे अस्पताल प्रशासन की शिकायत पर स्थानीय पुलिस वार्ड पहुँची और इलाजरत किशोर कुमार उनकी पत्नी नैन्सी और उनकी बेटी को अलीनगर थाने ले गई।

अलीनगर थाना अध्यक्ष का कहना है कि कार्रवाई अस्पताल प्रशासन की शिकायत के आधार पर की गई है। जबकि रेलवे अधिकारियों ने दावा किया है कि किशोर कुमार को 17 नवंबर को डिस्चार्ज कर दिया गया था इसके बावजूद वे अस्पताल में बने रहे।

लेकिन परिवार का कहना है कि मामला इससे अलग है। उनका आरोप है कि गलत इलाज से हुए नुकसान की शिकायत करने पर उन्हें दबाव में लेने की कोशिश की गई। नैन्सी ने कहा कि बिना जांच के एकतरफा पुलिस कार्रवाई पीड़ित परिवार के साथ अन्याय है।

लगातार बढ़ते आरोपों के बीच अब पूरा मामला रेलवे प्रशासन अस्पताल और पीड़ित परिवार के बीच टकराव का रूप ले चुका है। परिवार ने निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच की मांग की है, वहीं स्थानीय लोग भी मामले में पारदर्शिता की मांग कर रहे हैं।