छूटेगी हसदेव बांगो की धार, गर्मी में भी लहराएगी फसल

जिला जल उपयोगिता समिति ने लिया बड़ा निर्णय, रबी फसल के लिए किसानों को मिलेगा पर्याप्त पानी

कोरबा/जांजगीर-चांपा।अब किसानों को रबी सीजन में पानी की कमी से जूझना नहीं पड़ेगा। जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक में निर्णय लिया गया है कि हसदेव बांगो डैम से नहरों में पर्याप्त पानी छोड़ा जाएगा, जिससे जिले के खेतों में रबी की फसलें इस बार भरपूर लहलहाएंगी।

समिति की बैठक में किसानों की मांगों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया कि डैम से पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए, ताकि गेहूँ, चना, मसूर, सरसों जैसी फसलों की बुवाई और सिंचाई प्रभावित न हो। किसानों ने पिछले कुछ वर्षों से गर्मी के मौसम में पानी की कमी की समस्या उठाई थी, जिस पर प्रशासन ने इस बार गंभीरता दिखाई है।

बैठक में अधिकारियों ने बताया कि इस बार पर्याप्त जल भंडारण उपलब्ध है। कृषि, सिंचाई और पेयजल के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी का प्रबंधन किया गया है। रबी सीजन में हसदेव बांगो की धार से छोड़े जाने वाले पानी की मात्रा पर नियमित मॉनिटरिंग की जाएगी ताकि खेतों तक समान रूप से पानी पहुँचे।

बताया गया कि हसदेव बांगो डैम में इस वर्ष सामान्य से बेहतर जलस्तर दर्ज किया गया है, जिससे अगले कुछ महीनों तक सिंचाई के लिए कोई संकट नहीं रहेगा। किसानों को समय पर पानी मिले, इसके लिए संबंधित विभागों के बीच तालमेल सुनिश्चित किया गया है।

बैठक में यह भी तय हुआ कि आगामी वर्षों के लिए 2026 तक की जल वितरण नीति तैयार की जाएगी, ताकि हर सीजन में किसानों को पहले से जानकारी और सुविधा मिल सके।

इस अवसर पर कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ, कृषि विभाग, जल संसाधन विभाग और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। समिति ने किसानों से भी अपील की कि वे पानी का उपयोग सोच-समझकर करें और अनावश्यक बर्बादी से बचें।

### 🌱 किसानों में खुशी की लहर

निर्णय के बाद किसानों में उत्साह है। उन्होंने कहा कि हसदेव बांगो की धार से पानी मिलने का मतलब है ?

अब खेतों में नमी रहेगी, फसलें हरी रहेंगी और मेहनत का पूरा फल मिलेगा।

संक्षेप में,

➡️ रबी फसलों के लिए हसदेव बांगो से पानी छोड़े जाने का निर्णय।

➡️ 2026 तक जल वितरण नीति बनेगी।

➡️ पर्याप्त जल भंडारण से गर्मी में भी सिंचाई संभव।

➡️ किसानों में उमंग और उम्मीद की नई किरण। 🌾

क्या चाहेंगे मैं इस खबर का ?जनहित व्यंग्य संस्करण? भी तैयार कर दूँ जैसे ?अब फसल तो लहलहाएगी,

बस किसान को बिजली और भरोसा मिल जाए|

Citiupdate के लिए समीर खूंटे की रिपोर्ट...