जांजगीर-चांपा: साइबर ठगी में बड़ा खुलासा, 6 फर्जी खाताधारक गिरफ्तार – 31 लाख से अधिक की धोखाधड़ी उजागर

जांजगीर-चांपा, छत्तीसगढ़: जिले की साइबर सेल और थाना शिवरीनारायण पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए एक बेहद महत्वपूर्ण और चौंकाने वाला खुलासा किया है। इस कार्रवाई में 6 फर्जी बैंक खाताधारकों को गिरफ्तार किया गया है, जिनके खातों में देशभर में की गई ऑनलाइन ठगी की कुल ₹31,49,312 की रकम जमा पाई गई।

यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पांडे (IPS) के निर्देशन तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कुमार कश्यप के मार्गदर्शन में की गई। यह मामला आधुनिक तकनीक के दुरुपयोग और भोले-भाले लोगों के साइबर अपराधियों के जाल में फंसने का स्पष्ट उदाहरण है।

🔍 क्या होता है "म्यूल अकाउंट"?

म्यूल अकाउंट वह बैंक खाता होता है, जिसे किसी साइबर अपराधी द्वारा किराए पर लिया जाता है, ताकि ठगी से मिली रकम को वहां ट्रांसफर किया जा सके। ये खाते आमतौर पर ऐसे लोगों के होते हैं जो या तो पैसों के लालच में होते हैं या जानकारी के अभाव में अपराधियों के जाल में फंस जाते हैं। इस प्रक्रिया में खाताधारक खुद को कानूनी जोखिम में डाल देते हैं।

🏦 16 संदिग्ध खातों की पहचान, लाखों की रकम ट्रेस

शिवरीनारायण स्थित एक्सिस बैंक शाखा में ऐसे 16 फर्जी खातों की पहचान की गई जिनमें लाखों रुपये साइबर ठगी से संबंधित पाए गए। इन खातों में पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, दिल्ली, गुजरात और राजस्थान जैसे राज्यों से ट्रांजैक्शन हुए थे, जो ठगी की एक राष्ट्रीय स्तर की श्रृंखला की ओर संकेत करता है।

इन खातों के माध्यम से साइबर अपराधी ऑनलाइन ठगी कर, राशि को इन म्यूल खातों में ट्रांसफर करवाते थे, जहाँ से उसे तत्काल निकाल लिया जाता था या अन्य माध्यमों से आगे भेज दिया जाता था।

👮 गिरफ्तार किए गए आरोपी

भोलाराम कुम्हार (29 वर्ष) ? निवासी किकिरदा, थाना बिर्रा, जिला सक्ती

लखन लाल सुल्तान (30 वर्ष) ? निवासी सारसडोल, थाना मालखरौदा, जिला सक्ती

सुरेश साहू (27 वर्ष) ? निवासी रनपोटा, थाना मालखरौदा

गिरधारी लाल कुम्हार (35 वर्ष) ? निवासी शिवरीनारायण, जिला जांजगीर

हरिहर कामले (32 वर्ष) ? निवासी खरौद, थाना शिवरीनारायण

रामभरोस यादव (26 वर्ष) ? निवासी पडरिया, थाना शिवरीनारायण

इन सभी आरोपियों ने स्वीकार किया है कि उन्होंने कमीशन और लालच में अपने बैंक खाते साइबर अपराधियों को किराए पर दिए, जिसमें बड़ी रकम का लेन-देन हुआ।

🧠 पुलिस की सतर्कता और जांच

इस पूरे मामले की तह तक पहुँचने के लिए साइबर सेल ने डिजिटल ट्रांजैक्शन की मॉनिटरिंग, खातों की KYC डिटेल्स, ATM से निकासी और मोबाइल नंबर ट्रेस कर सटीकता से कार्यवाही की।

पुलिस का कहना है कि इन आरोपियों से पूछताछ जारी है और यह जाँच बड़े साइबर नेटवर्क की ओर भी इशारा कर रही है। बहुत जल्द इसमें शामिल मुख्य मास्टरमाइंडों तक पहुँचा जाएगा।

⚠️ पुलिस की चेतावनी और अपील

जांजगीर-चांपा पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि:अपना बैंक खाता किसी अजनबी को न दें, चाहे जितना भी लालच दिया जाए।

अवैध लेन-देन में शामिल होना एक गंभीर अपराध है जिसकी सजा कड़ी हो सकती है।

कोई भी संदिग्ध ट्रांजैक्शन या प्रस्ताव आने पर तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन या साइबर हेल्पलाइन 1930 पर सूचना दें।

📌 निष्कर्ष:

यह मामला न केवल एक बड़ी साइबर ठगी का पर्दाफाश है, बल्कि समाज के उन वर्गों को सतर्क करने का संदेश भी है जो कम जानकारी या पैसों के लालच में अपराधियों के औजार बन जाते हैं।

CitiUpdate के लिए समीर खूंटे की रिपोर्ट...

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