एटा: कचरे के ढेर में आग और धुएं से बढ़ा प्रदूषण, सेटेलाइट सिस्टम सिर्फ़ किसानों की पराली तक सीमित।

*एटा: कचरे के ढेर में आग और धुएं से बढ़ा प्रदूषण, सेटेलाइट सिस्टम सिर्फ़ किसानों की पराली तक सीमित।*


*संवाददाता: रमेश जादौन 🌆 सिटी अपडेट न्यूज।*

अवागढ़/एटा:

एटा जिले के अधिकारी किसानों के द्वारा खेत में जलाई जा रही पराली को लेकर काफी सक्रिय नजर आते हैं अगर कहीं कोई किसान अपने खेत में पराली जला रहा होता है तो उनका सेटेलाइट सिस्टम तुरंत बताता है और आल्हा अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचकर किसानों पर कानूनी कार्यवाही करते हुए हजारों रुपए का जुर्माना ठोक देते हैं।

उसके अलावा और जगह पर जैसे चाहे कबाड्डी के यहां जलती हुई प्लास्टिक को जलाकर तारों का निकलना हो या फिर कहीं कूड़े कचरा से उटता हुआ गंदा धुआं जो कि लोगों में तमाम हानिकारक बीमारियां फैलने के लिए जिम्मेदार है उस जगह पर एटा जिले के सरकारी आला अधिकारियों की सेटेलाइट सिस्टम फेल हो जाता है प्रदूषण विभाग एकदम शांत हो जाता है जगह जगह कचरे से उठते हुए धुएं के गुबार को देखकर किसानों का दर्द छलका अपना नाम न छापने कि शर्त पर कुछ किसानों का कहना था कि अगर हम अपने खेत की सफाई करते हैं तो तुरंत ही आला अधिकारी बड़ी ही मुस्तादी के साथ हमारे ऊपर कार्यवाही कर देते हैं लेकिन इस तरीके से अनावश्यक सार्वजनिक स्थल पर इतना घातक धुआं जो लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है इसके लिए सरकार क्या करने वाली है।
अब देखना है कि अधिकारियों का सेटेलाइट सिस्टम केवल किसानों तक ही सीमित है या वास्तव में आगे धरातल पर उतरकर भी कोई कार्यवाही करने वाला है।


रिपोर्ट: रमेश जादौन एटा।