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ब्रह्माकुमारी मीडिया विंग के नेशनल कोऑर्डिनेटर शांतनु भाई ने समस्या समाधान परक पत्रकारिता पर जोर दिया

श्रीगंगानगर, ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के मीडिया विंग के नेशनल को-ऑर्डिनेटर बीके शांतनु भाई ने वर्तमान समय में समस्या समाधान परक पत्रकारिता की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि पत्रकारिता को निष्पक्ष, ईमानदार, पारदर्शी और सेवा भाव से की जानी चाहिए। उन्होंने जोर दिया कि पत्रकारिता आज भी समाज सेवा का एक महत्वपूर्ण माध्यम है, भले ही इसमें व्यवसायिकता का प्रभाव बढ़ गया हो, लेकिन पत्रकारों को अपने सकारात्मक दायित्वों को निभाते रहना चाहिए।

शांतनु भाई आज श्रीगंगानगर के दौरे पर पहुंचे थे। उन्होंने सुखाडियानगर- तृतीय में सोनी धर्मशाला के निकट स्थित ब्रह्माकुमारीज के केंद्र में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित किया। उन्होंने पत्रकारिता की जड़ों का जिक्र करते हुए कहा कि दुनिया के पहले पत्रकार नारद मुनि थे। आम धारणा यह है कि नारद मुनि विभिन्न लोकों की बातों को इधर-उधर पहुंचाकर झगड़े करवाते थे, लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं था। वे न केवल समस्याओं को उजागर करते थे, बल्कि उनका समाधान भी सुझाते और करवाते थे। इसलिए, वर्तमान पत्रकारिता को भी समस्या-समाधान परक बनाया जाना चाहिए, ताकि समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सके।

बीके शांतनु भाई ने मीडिया के विभिन्न माध्यमों के बीच तुलना करते हुए कहा कि हालांकि इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया का प्रभाव और पहुंच बहुत व्यापक हो गई है, लेकिन प्रिंट मीडिया की सच्चाई, तथ्यपरकता और विश्वसनीयता की कसौटी पर इन्हें अभी भी खरा उतरने के लिए काफी प्रयास करने होंगे। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत की धार्मिक, आध्यात्मिक संस्कृति और विविधता वाली जीवन शैली एक बड़ी ताकत है, जिसके बल पर भारत विकसित देशों की श्रेणी में खड़ा हो रहा है। भारत समूचे विश्व को एकता के सूत्र में बांधने की नेतृत्व क्षमता रखता है। ऐसे में मीडिया की भूमिका और उपयोगिता कई गुना बढ़ जाती है। उन्होंने सुझाव दिया कि पत्रकारिता में धार्मिकता और आध्यात्मिकता का समावेश करके इसे और अधिक ताकतवर बनाया जा सकता है।

बीके शांतनु भाई ने ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के आबू रोड स्थित शांतिवन और माउंट आबू के ज्ञान सरोवर में हर वर्ष दो बार आयोजित होने वाली राष्ट्रीय स्तर की मीडिया कॉन्फ्रेंस के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ये कॉन्फ्रेंस मीडिया पेशेवरों को आध्यात्मिकता और सकारात्मक पत्रकारिता के माध्यम से समाज सेवा के नए आयाम सिखाती हैं। उन्होंने श्रीगंगानगर क्षेत्र के पत्रकारों को आगामी मीडिया कॉन्फ्रेंस में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया, ताकि वे इन विचारों से लाभान्वित हो सकें।

प्रेस वार्ता में ब्रह्माकुमारीज के स्थानीय केंद्र की प्रभारी बीके मोहिनी ने भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि सच का कभी साथ नहीं छोड़ना चाहिए, क्योंकि सच छोड़ने से इंसान ऐसी दलदल में फंस जाता है जहां से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। सच किसी न किसी रूप में बाहर आ ही जाता है, लेकिन इससे नैतिक मूल्यों का पतन हो जाता है। उन्होंने मीडिया बंधुओं से नैतिक मूल्यों को बढ़ावा देने वाली सकारात्मक पत्रकारिता करने का आह्वान किया, जो समाज को मजबूत बनाने में मदद करे।

केंद्र की मीडिया प्रभारी बीके ऊषा ने सभी प्रतिभागियों और पत्रकारों का हार्दिक आभार व्यक्त किया। इससे पहले, शांतनु भाई ने सुबह इसी केंद्र में स्थानीय बीके बहनों और भाइयों को संबोधित किया, जहां उन्होंने आध्यात्मिक जीवन के महत्व पर चर्चा की।