कांग्रेस जिलाध्यक्ष का चुनाव होगा लोकतांत्रिक और पारदर्शी तरीके से होगा:  ऑब्जर्वर नागरा


पारदर्शिता और कार्यकर्ताओं की राय पर आधारित होगी चयन प्रक्रिया
6 नामों का पैनल तैयार कर हाईकमान को सौंपा जाएगा

श्रीगंगानगर, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा श्रीगंगानगर जिला कांग्रेस के ऑब्जर्वर के रूप में नियुक्त कुलजीतसिंह नागरा ने कहा है कि जिले में नए जिलाध्यक्ष का चुनाव पूरी तरह से लोकतांत्रिक और पारदर्शी तरीके से किया जाएगा। उन्होंने इस प्रक्रिया को अभूतपूर्व बताते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी ने ऐसी पारदर्शी व्यवस्था अपनाई है, जो देश के किसी अन्य संगठन में पहले नहीं देखी गई। नागरा ने आज श्रीगंगानगर स्थित जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय में मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए यह जानकारी दी। इस मौके पर श्री नगर के सहयोगी और प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा नियुक्त ऑब्जर्वर नोहर के विधायक अमित चाचाण, प्रदेश महासचिव एवं जिला प्रभारी जिया रहमान आरिफ, विधानसभा को-ऑर्डिनेटर मनोज सूंडा, जिलाध्यक्ष अंकुर मगलानी, सांसद कुलदीप इंदौरा, जिला प्रमुख दूलाराम इंदलिया और विधायक डूंगरराम गैदर उपस्थित थे।
श्री नागरा ने बताया कि जिलाध्यक्ष के चयन के लिए पार्टी के निचले स्तर के कार्यकर्ताओं से सलाह-मशविरा लिया जाएगा। इसके आधार पर एक पैनल तैयार किया जाएगा, जिसमें छह नाम शामिल होंगे। यह पैनल अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी को सौंपा जाएगा, जो अंतिम निर्णय लेगी। उन्होंने कहा कि आगामी 6 से 8 दिनों तक वे श्रीगंगानगर जिले में रहेंगे और प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में ब्लॉक कांग्रेस कमेटियों के पदाधिकारियों, मंडल अध्यक्षों तथा बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेंगे। इस फीडबैक के आधार पर ही पैनल का गठन होगा।
कुलजीतसिंह नागरा, जो पंजाब से पूर्व विधायक और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की केंद्रीय वर्किंग कमेटी के पूर्व सदस्य हैं, ने कहा कि इस प्रक्रिया में पार्टी कार्यकर्ताओं के अलावा सिविल सोसाइटी के सदस्यों से भी मिला जाएगा। इसमें डॉक्टर और वकील जैसे बुद्धिजीवी वर्ग के लोगों से चर्चा की जाएगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि जिलाध्यक्ष ऐसा व्यक्ति होना चाहिए, जिसकी समाज में अच्छी छवि हो और लोगों के बीच मजबूत आधार हो। जिलाध्यक्ष ही जिले में पार्टी का सबसे बड़ा झंडाबरदार होता है, इसलिए उसका चयन सावधानीपूर्वक किया जाएगा।
नागरा ने स्पष्ट किया कि यह चुनाव प्रक्रिया अहमदाबाद में आयोजित राष्ट्रीय अधिवेशन में लिए गए फैसले के अनुरूप अपनाई जा रही है। जिलाध्यक्ष पद के लिए पात्रता के मानदंड बताते हुए उन्होंने कहा कि उम्मीदवार को कम से कम 5 वर्षों से पार्टी में पूर्ण निष्ठा, ईमानदारी और समर्पण भाव से काम करना हो। वह किसी कानूनी मामले में सजायाफ्ता नहीं होना चाहिए और न ही उस पर कोई गंभीर आरोप हो। इसके अलावा पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनावों में उसने पार्टी के खिलाफ कोई गतिविधि नहीं की होनी चाहिए।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी से भी पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे लोगों की सूची ली जाएगी। यदि कोई ऐसा व्यक्ति जिलाध्यक्ष पद के लिए आवेदन करता है, तो उसके नाम पर विचार नहीं किया जाएगा। एक सवाल के जवाब में नागरा ने कहा कि यह जरूरी नहीं है कि वर्तमान जिलाध्यक्ष को बदल ही दिया जाएगा। यदि फीडबैक से पता चलता है कि उन्होंने पूरी मेहनत, लगन और निष्पक्षता से पार्टी के लिए काम किया है, तो छह नामों वाले पैनल में उनका नाम सर्वोच्च स्थान पर रहेगा। पार्टी हाईकमान उन्हें दोबारा जिलाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंप सकती है। संगठन महासचिव श्यामलाल शेखावटी ने प्रेस वार्ता का संचालन किया।