गुरुद्वारा मेहताबगढ़ प्रकरण में हमलावरों की गिरफ्तारी न होने से पीड़ितों में रोष

गुरुद्वारा महताबगढ़ में हथियारबंद हमलावरों का तांडव- महिलाओं, बच्चों व बुजुर्गों से मारपीट, कई घायल
-एफआईआर दर्ज होने के बावजूद कार्रवाई नहीं, सिख समाज ने जिला पुलिस अधीक्षक व जिला कलेक्टर से शीघ्र कार्रवाई की मांग की
गोलूवाला क्षेत्र स्थित गुरुद्वारा महताबगढ़ में बीती 3 अक्टूबर की रात उस समय अफरा-तफरी मच गई जब करीब 50-60 हथियारबंद लोग तलवारें, बर्छे और अन्य घातक हथियार लेकर गुरुद्वारा परिसर में दीवारें फांदकर घुस आए। गुरुद्वारा परिसर में उस समय संगत में शामिल बच्चे, बुजुर्ग और सेवादार रात्रि विश्राम कर रहे थे। अचानक हुए हमले से लोग संभल भी नहीं पाए और हमलावरों ने परिसर में तोड़फोड़ शुरू कर दी। उन्होंने न केवल गुरुद्वारे की संपत्ति को क्षति पहुंचाई बल्कि वहां मौजूद संगत व सेवादारों पर बेरहमी से हमला किया, जिसमें कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
एसजीपीसी राजस्थान चेयरमैन तजेंदरपाल सिंह टिम्मा ने बताया कि हमलावरों ने मुख्य सेवादार बीबी हरमीत कौर पत्नी अमृतपाल सिंह के निजी निवास, जो गुरुद्वारा परिसर में ही स्थित है, का गेट तोड़कर अंदर घुसकर उनके साथ भी बदसलूकी की, गाली-गलौच की तथा जान से मारने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि बड़ी मुश्किल से उन्होंने अपनी जान बचाई। हमले में घायल हुए कई लोगों को तत्काल गंगानगर अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां उनका इलाज जारी है।
इस घटना के संबंध में पुलिस थाना गोलूवाला में एफआईआर नंबर 244/2025 दर्ज करवाई गई। परंतु हैरानी की बात यह है कि इतने गंभीर व सामुदायिक सौहार्द को प्रभावित करने वाले मामले में अब तक पुलिस द्वारा किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। घायल व्यक्तियों के बयान भी दर्ज नहीं किए गए हैं और न ही घटना स्थल का मौका मुआयना कर कोई नक्शा तैयार किया गया है। इससे सिख समाज में गहरी नाराज़गी है।
बीबी हरमीत कौर व समस्त सिख समाज के लोगो ने जिला पुलिस अधीक्षक व जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर मांग की है कि मामले की निष्पक्ष व त्वरित जांच के लिए अनुसंधान अधिकारी को आदेशित किया जाए। उन्होंने कहा कि अभियुक्तगण की शीघ्र गिरफ्तारी की जाए, घटना स्थल का मौका मुआयना कर नक्शा बनाया जाए और पीड़ितों को न्याय दिलाया जाए। सिख समाज ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई तो वे जिला स्तर पर आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
इस घटना से गोलूवाला क्षेत्र में दहशत का माहौल व्याप्त है। स्थानीय संगत ने कहा कि धार्मिक स्थलों पर इस तरह के हमले निंदनीय हैं और प्रशासन को दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं दोबारा न हों।
इस मौके पर एसजीपीसी अध्यक्ष तेजेंद्र पाल सिंह टिम्मा, जत्थेदार बाबा जग्गा सिंह जी मुख्य सेवादार गुरद्वारा भाई सुक्खा सिंह भाई मेहताब सिंह टाउन, बीबी हरमीत कौर, जत्थेदार कश्मीर सिंह छिंदा,बाबा दर्शन सिंह पीलीबंगा, बाबा गगनदीप सिंह,जत्थेदार सिमरन सिंह मिसल बाबा सुक्खा सिंह मेहताब सिंह राजस्थान वाले, जत्थेदार बाबा जस्सा सिंह, परविंदर सिंह गोलूवाला, कश्मीरा सिंह,निर्मल सिंह खरलियां, अंग्रेज सिंह, नछतर सिंह, गुरदयाल सिंह, परमजीत सिंह, सतपाल सिंह, रणजीत सिंह, सिमरनजीत सिंह खालसा, केवल सिंह खालसा गोलूवाला,गुरप्रीत सिंह सिधू,संतोख सिंह गोलूवाला, बाबा जग्गा सिंह 14 जी, गुरप्रीत सिंह बराड़, जत्थेदार गुरदित सिंह, गुरमेल सिंह, शमशेर सिंह, खुशप्रीत सिंह, हैरी सिंह सहित क्षेत्र के सिक्ख समुदाय के लोग मौजूद थे।