हरदोई के बिलग्राम में हरे पेड़ों पर बेरोकटोक चल रहा आरा, वन विभाग की अनदेखी से हो रहा उजाड़, सबूत मिटाने के लिए ठूंठ भी उखाड़े

हरदोई। बिलग्राम क़स्बे में हरियाली बचाने के सरकारी नारे अब खोखले साबित हो रहे हैं। यहां वन रेंज क्षेत्र के अंतर्गत खुलेआम हरे-भरे और फलदार पेड़ों की अवैध कटाई की जा रही है। पर्यावरण संरक्षण के नियमों को ताक पर रखकर लकड़कट्टे वन विभाग की मिलीभगत से ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में लकड़ी भरकर अपने ठिकानों तक पहुंचा रहे हैं।
स्थानीय लोगों के मुताबिक, जिन पेड़ों को तैयार होने में 10 से 15 साल लगते हैं, उन्हें महज़ कुछ मिनटों में काटा जा रहा है। कई स्थानों पर रातों-रात फलदार और प्रतिबंधित पेड़ों पर आरा चलाकर न केवल कटाई की गई, बल्कि सबूत मिटाने के लिए उनके ठूंठ भी उखाड़ दिए गए। ग्रामीणों ने बताया कि यह पूरा काम ठेकेदारों और विभागीय मिलीभगत से हो रहा है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा रही।
जब इस संबंध में वन विभाग के रेंजर से बात की गई तो उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि उन्हें किसी भी प्रकार की पेड़ कटान की जानकारी नहीं है। रेंजर की यह प्रतिक्रिया वन सुरक्षा की ज़मीनी हकीकत पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
स्थानीय लोगों ने जिलाधिकारी और उच्च अधिकारियों से मामले की जांच कराकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। फिलहाल, बिलग्राम में पेड़ों की कटाई का यह सिलसिला वन विभाग की कार्यप्रणाली पर बड़ा प्रश्नचिह्न छोड़ गया है।