डिजिटलीकरण के नाम पर कार्यकर्ताओं को उत्पीड़न सहना पड़ रहा : बंशीलाल

डूंगरपुर। सीटू के सीमलवाड़ा ब्लॉक की बैठक महादेव मंदिर सीमलवाड़ा में कमला ननोमा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में बंशीलाल खराड़ी ने बताया कि आइसीडीएस में देश के 14 लाख आंगनबाड़ी केंद्रों में लगभग 25 लाख कार्यकर्ता कार्य कर रही हैं। लेकिन उनका कार्य संवैधानिक न्यूनतम मजदूरी के पांचवें हिस्से पर ही हो रहा है। उन्होंने कहा कि डिजिटल करण के नाम पर कार्यकर्ताओं को धमकी और उत्पीड़न की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। सीटू जिला कोषाध्यक्ष देवीलाल डामोर ने पोषण वितरण की नई प्रणाली पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा आंगनवाड़ी केंद्र पर पोषण वितरण के लिए फेस कैप्चर और ओटीपी से ऑनलाइन करने के कारण समस्या आ रही है। लोगों के मोबाइल नंबर बंद होने, नया नंबर लेने और नेटवर्क नहीं होने से लाभार्थियों को पोषण वितरण नहीं हो रहा है। इसलिए फेस कैप्चर और ओटीपी सिस्टम को तुरंत बंद किया जाए। यूनियन ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं का नियमितीकरण, न्यूनतम मानदेय 26 हजार, दूसरे विभागों का काम नहीं करवाया जाए, पीएफ ईएसआई सहित सामाजिक सुरक्षा उपाय की मांग की। आशा सहयोगी की यूनियन नेता आशा फनात ने संगठन में सदस्य बनाने और सदस्यता अभियान चलाने का आह्वान किया। इसमें भूरी कलासुआ, इंदिरा रोत, इंदिरा कलासुआ, कमला रोत उपस्थित रहे। बैठक को इंदिरा अहारी, बसंती डामोर ने भी संबोधित किया। बैठक में उपस्थित सदस्याएं।