हरदोई में आरआर कॉलेज प्रकरण, बेरहमी से पिटाई मामले में नाबालिग छात्र व परिजनों पर मुकदमा, मृतक बाबा का नाम भी FIR में दर्ज

हरदोई। शहर के आरआर इंटर कॉलेज में 18 सितंबर को नाबालिग छात्र की पिटाई का मामला अब प्रशासनिक कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है। घटना का वीडियो सामने आने के बाद साफ दिख रहा था कि शिक्षकों ने छात्र को बेरहमी से पीटा और जमीन पर पटक दिया। इस वीडियो ने अभिभावकों और स्थानीय लोगों में आक्रोश फैला दिया था। आरोप लगाया गया कि शिक्षक छात्र को जान से मारने की नीयत से पीट रहे थे और धमकियां भी दी गईं।
लेकिन अब यह पूरा मामला उल्टा होता दिखाई दे रहा है। नवीनतम जानकारी के अनुसार, पुलिस ने नाबालिग छात्र मो. उबैद, उसके पिता हसीफ उर्फ छोटे गाजी और अन्य पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। आश्चर्यजनक बात यह है कि पुलिस ने आरोपित शिक्षकों को गिरफ्तार करने के बजाय छात्र और उसके परिजनों पर ही कार्रवाई शुरू कर दी। इससे परिजनों और स्थानीय लोगों में गहरा आक्रोश है।
अभिभावकों का आरोप है कि कॉलेज भाजपा से जुड़े प्रभावशाली लोगों का है, जिसके चलते शिक्षकों पर कार्रवाई दबाव में रोक दी गई। परिजनों ने यह भी कहा कि छात्र मुस्लिम समुदाय से है, इसलिए उसे टारगेट बनाकर उल्टा केस ठोका गया। सबसे हास्यास्पद और दुर्भाग्यपूर्ण तथ्य यह है कि FIR में मो. उबैद के बाबा रहीश, जिनकी कई वर्ष पहले मौत हो चुकी है, का नाम भी आरोपी के रूप में दर्ज कर दिया गया।
स्थानीय लोग और अभिभावक संगठन प्रशासन की इस कार्रवाई को पक्षपातपूर्ण और अन्यायपूर्ण बता रहे हैं। उनका कहना है कि न्याय की उम्मीद लगाए बैठे परिवार को दबाने की कोशिश की जा रही है। इस पूरे घटनाक्रम पर कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष आशीष सिंह ने भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि पहले नाबालिग छात्र को बेरहमी से पीटा गया और अब उसी छात्र और उसके परिवार पर FIR लिखी गई, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
फिलहाल यह मामला जिलेभर में चर्चा का विषय बना हुआ है और लोगों की निगाहें अब जिला प्रशासन पर टिकी हैं कि क्या निष्पक्ष जांच कर शिक्षकों पर कार्रवाई होगी या फिर मामला इसी तरह दबा दिया जाएगा।