कटरा अमृतसर वंदे भारत ट्रेन में एलईडी स्क्रीनो  को विज्ञापन हेतु आवंटित किया गया।

कटरा अमृतसर वंदे भारत ट्रेन में एलईडी स्क्रीनो को विज्ञापन हेतु आवंटित किया गया।

भारतीय रेलवे के पास देश भर में एक विशाल नेटवर्क है जो इसे विज्ञापन दाताओं के लिए एक आकर्षक मंच बनाता है। जिससे की रेल के राजस्व में वृद्धि को दर्शाता है। इसी नीति के आधार पर उत्तर रेलवे के जम्मू मंडल में मंडल रेल प्रबंधक विवेक कुमार के मार्गदर्शन तथा वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक उचित सिंघल के नेतृत्व में रेलवे की आय बढ़ाने के लिए गैर किराया राजस्व रणनीति को सफल बनाया जा रहा है,जिसमें विज्ञापनों के लिए आकर्षक अवसर प्रदान करना शामिल है। इसी के तहत जुन माह में मंडल की सभी वंदे भारत गाड़ियां 22478,22477,26401,
26402,26403,26404 मे एलइडी टीवी स्क्रीन के माध्यम से कमर्शियल विज्ञापनों के लिए निजी उपभोक्ता, व्यापारीयो तथा प्राइवेट लिमिटेड कंपनीयो को पांच साल के लिए ई-नीलामी के जरिए आवंटित किया गया था। जिसमें इन विज्ञापनों के माध्यम से मंडल में 6.5 करोड़ रुपए का गैर राजस्व उत्पन्न हुआ। इसी श्रृंखला का विस्तार करते हुए, आज दिनांक 01 सितंबर 2025 को एक बार फिर गाड़ी संख्या 26405/ 26406 (श्री माता वैष्णो देवी कटरा- अमृतसर वंदे भारत एक्सप्रेस ) इस ट्रेन के एलईडी स्क्रीन को कमर्शियल विज्ञापन हेतु प्रति वर्ष 24.5 लाख रुपए तथा अगले पांच साल के लिए 1.3 करोड़ रुपए के हिसाब से ई- नीलामी के जरिए निजी कंपनी को आवंटित किया गया। भारतीय रेलवे द्वारा गैर राजस्व किराया विभिन्न लाभ़ो पर केंद्रित है। जो वित्तीय लाभ के अलावा यात्री अनुभव को बेहतर बनाने स्थानीय व्यवस्थाओं को बढ़ावा देने और सार्वजनिक निजी भागीदारी को बढ़ावा देने जैसे सामाजिक और आर्थिक लाभ प्रदान करता है, तथा इस आय के सहयोग से रेलवे के आधुनिकरण और यात्री सुविधाओं में सुधार के लिए किया जाएगा।
इस नीति के तहत मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक उचित सिंघल ने कहा कि रेलवे का लक्ष्य गैर किराया राजस्व को बढ़ाना है तथा यहां गैर राजस्व किराया सिर्फ वित्तीय लाभ के लिए नहीं बल्कि भारतीय रेल की सामाजिक, आर्थिक विकास का एक शक्तिशाली उपकरण है, जो रेल में यात्री सुविधाओं के साथ टिकाऊ परिवहन नेटवर्क बनाने की ओर अग्रसर है,जो राष्ट्र की प्रति महत्वपूर्ण योगदान देता है।ताकि रेलवे में बुनियादी ढांचे और सेवाओं को बेहतर बनाने में मदद मिल सके।