शराब कारोबारियों का पुलिस विभाग के प्रति आक्रो

एडीएम सिटी को सौंपी शराब दुकानों की चाबियां,
शराब व्यापारियों का है पुलिस विभाग पर आरोप,
रात्रि 8 बजे से पहले ही पुलिस खड़ी हो जाती है ठेकों के आगे ,
ग्राहकों से करती है दुर्व्यवहार, बिना मतलब मारपीट ,
ग्राहकों में भय पैदा कर रही है पुलिस ,
इससे शराब व्यापारियों को हो रहा है भारी नुकसान ,
जबकि सरकार द्वारा दिए गए नियम से चला रहे हैं ठेके

श्रीगंगानगर। जिले के शराब ठेकेदारों ने पुलिस विभाग की नीतियों के खिलाफ आक्रोश जताते हुए आज सामूहिक रूप से हड़ताल का रास्ता अपनाया। ठेकेदारों ने एडीएम सिटी को अपने ठेकों की चाबियां सौंप दीं।

ठेकेदारों का कहना है कि पुलिस विभाग द्वारा रात्रि 8:00 बजे से पहले ही उनके ठेकों पर आकर ग्राहकों को भगा दिया जाता है। इससे उन्हें भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। ठेकेदारों का कहना है कि पुलिस कर्मी ठेके के आगे 7:00 बजे के बाद आकर खड़े हो जाते हैं जिससे वह ग्राहकों में भय पैदा कर देते हैं और साथ ही कभी-कभी ग्राहकों के साथ मारपीट भी करते हैं ।
इससे ग्राहक बिना शराब लिए ही चला जाता है ऐसे में उन्हें भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है । जिससे वह आबकारी विभाग द्वारा तय की गई बैंक गारंटी तक को पूरा नहीं कर पा रहे हैं ।
हर ठेकेदार को करोड़ों का नुकसान हो रहा है।
इधर पुलिस विभाग अपने एसपी डॉक्टर अमृता दूहन के आदेश अनुसार रात को 8 बजे के बाद किसी भी शराब ठेके पर शराब ने बिकने देने की प्रतिबद्धता दोहराई है और प्रत्येक शराब ठेके के बाहर दो दो तीन पुलिसकर्मी भी तैनात कर दिए गए हैं।

ठेकेदारों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल करने को मजबूर होंगे।