डीह थाने में आयोजित समाधान दिवस में पीड़िता ने पुनः दिया पत्र

रायबरेली।प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री जनता को न्याय मिले इसके लिए तरह तरह व्यवस्थाएं बनाई है।किंतु नागरिकों को फिर भी न्याय नहीं मिल रहा है,दर दर ठोकरें खाने को मजबूर है,पीड़ित परेशान है और विपक्षी मौज काट रहा है।यशस्वी मुख्यमंत्री ने जनता के लिए मुख्य मंत्री पोर्टल,तहसील दिवस,समाधान दिवस जहां पर जनता शिकायत कर संबंधित अधिकारियों द्वारा त्वरित न्याय को प्राप्त कर सकता है।ऐसी व्यवस्थाएं उत्तर प्रदेश में संचालित है।ऐसे दरबार में लगभग लगभग सभी विभागों के अधिकारी गण मौजूद रहते है।बावजूद भी अगर पीड़ित को न्याय न मिले तो गांवों में कहावत है "जिसकी लाठी उसकी भैंस"और अधिकारी भी जग जाते है।ऐसा ही एक मामला जनपद के डीह थाना क्षेत्र का है।जहां पर गोपालपुर निवासिनी साधना पुत्री सुदामा ने अब तक थाना,तहसील,समाधान दिवस,तहसील दिवस,जिलाधिकारी,पुलिस अधीक्षक सहित संबंधित अधिकारियों से मिलकर न्याय की गुहार लगाई।शनिवार को पीड़िता ने पुनः समाधान दिवस में पहुंचकर प्रार्थना पत्र दिया,जिसमें पीड़िता ने बताया कि उसके घर के सामने नवीन परती है जो उसका सहन है।वही दबंग विपक्षी जिनका वहां पर कुछ नहीं है,जबरिया अवरोध उत्पन्न कर रहे है।पीड़िता अपने सहन पर दीवार बनवा रही थी तो विपक्षी शत्रोहन,रामसुख पुत्र लल्लू,विशाल,विकास पुत्र रामकुमार निवासी गोपालपुर जबरन सहन पर बांस आदि बांधकर कब्जा कर रहे है।जबकि विपक्षियों का यहां पर कुछ नहीं है।मौका मुआयना कर संबंधित अधिकारियों ने भी विपक्षियों को गलत ठहराया है।किंतु दबंग प्रवृत्ति के विपक्षियों को शासन प्रशासन का खौफ नहीं है।विरोध करने पर मारपीट पर आमादा हो जाते है।शनिवार को डीह थाने में समाधान दिवस के अवसर पर प्रार्थना पत्र देकर न्याय दिलाए जाने की मांग की है।अब देखना है कि त्वरित निवारण सिस्टम समाधान दिवस में दिए गए प्रार्थना पत्र पर पीड़िता को न्याय कब मिलता है।यशस्वी मुख्यमंत्री जी के त्वरित न्याय निवारण सिस्टम को संबल कब प्रदान करते है अधिकारी गण समय ही तय करेगा।