Chandauli News:कर्तव्यनिष्ठा की मिसाल: अलीनगर थाना प्रभारी ने बदबूदार नाले में लगाई छलांग, बचाई घायल एसडीओ की जान

पिकअप की टक्कर से बाइक सवार गिरे नाले में,इंस्पेक्टर ने वर्दी की परवाह न करते हुए किया रेस्क्यू,लोग वीडियो बनाते रहे, इंस्पेक्टर ने दिखाई बहादुरी,बनी प्रशासन और समाज के लिए सीख

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

चंदौली। अलीनगर थाना प्रभारी अनिल पांडेय की बहादुरी और इंसानियत इस समय जिले भर में चर्चा का विषय बनी हुई है। 17 अगस्त की रात हुए सड़क हादसे में उन्होंने बदबूदार और दलदल भरे नाले में कूदकर घायल बिजली विभाग के एसडीओ रामसुधार की जान बचाई।

जानकारी के अनुसार, एसडीओ रामसुधार और उनके भाई श्याम अधार बाइक से लौट रहे थे, तभी पिकअप वाहन ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। दोनों सड़क किनारे बने नाले में जा गिरे। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी अनिल पांडेय मौके पर पहुंचे। हालात गंभीर देखकर उन्होंने किसी की परवाह किए बिना नाले में छलांग लगा दी।भारी बदबू और कीचड़ के बीच कड़ी मशक्कत कर उन्होंने घायल रामसुधार को बाहर निकाला और तत्काल अस्पताल भिजवाया। दुर्भाग्यवश, उनके भाई श्याम अधार की मौके पर ही मौत हो गई।प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि हादसे के वक्त मौके पर मौजूद लोग मदद करने के बजाय वीडियो और फोटो बनाने में लगे रहे। स्थानीय निवासी मनीष सिंह ने बताया कि नाले की हालत देखकर लोगों ने इंस्पेक्टर को रोकने की भी कोशिश की, लेकिन उन्होंने किसी की नहीं सुनी और बिना देर किए अंदर कूद पड़े।इंस्पेक्टर की वर्दी पूरी तरह कीचड़ और गंदगी से सन गई, फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी और घायल को सुरक्षित निकाला। इस घटना ने पुलिसकर्मी की संवेदनशीलता और कर्तव्यनिष्ठा को सामने रखा, वहीं आम लोगों के उदासीन रवैये पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए।ग्रामीणों का कहना है कि इंस्पेक्टर अनिल पांडेय ने जो साहसिक कदम उठाया, वह न सिर्फ पुलिस महकमे बल्कि हर जिम्मेदार अधिकारी के लिए सीख है।

इंस्पेक्टर अनिल पांडेय ने कहा कि एक इंसान की जान बचाना सबसे बड़ा धर्म है। उस समय मेरे लिए वर्दी या बदबू मायने नहीं रखती थी। स्थानीय निवासी मनीष सिंह ने कहा कि लोग सिर्फ मोबाइल निकालकर खड़े थे, लेकिन इंस्पेक्टर साहब ने जो किया, वह इंसानियत की सच्ची मिसाल है।