Chandauli News: चकिया में हुआ जिले का पहला ध्वजारोहण, मां काली पोखरे से गूंजा राष्ट्रगान,आज़ादी के जश्न की हुई भव्य शुरुआत

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

चकिया।शुक्रवार को स्वतंत्रता दिवस का उल्लास चकिया नगर में सुबह-सुबह ही चरम पर पहुंच गया, जब जिले का पहला ध्वजारोहण ऐतिहासिक मां काली पोखरे परिसर में संपन्न हुआ। सुबह 7 बजे उपजिलाधिकारी विनय कुमार मिश्रा ने राष्ट्रध्वज फहराकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। राष्ट्रगान की गूंज के साथ पूरा वातावरण देशभक्ति से सराबोर हो गया और उपस्थित नागरिकों ने भारत माता की जय के जयकारे लगाए।

सलामी में हुई देरी, अनुशासन पर चर्चा

ध्वजारोहण के तुरंत बाद उपजिलाधिकारी सलामी के लिए तैयार खड़े रहे, लेकिन पुलिस दल समय पर नहीं पहुंच पाया। करीब 15 मिनट इंतजार के बाद पुलिसकर्मी पहुंचे और औपचारिक सलामी दी गई। इस बीच उपस्थित लोगों के बीच समयपालन और अनुशासन की आवश्यकता पर भी चर्चा होती रही।

बच्चों की प्रस्तुतियों ने बांधा समां

कार्यक्रम का सबसे जीवंत और भावुक पल तब आया जब नगर के विद्यालयों के बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। बापू बाल विद्या मंदिर की छात्राओं ने मधुर राष्ट्रभक्ति गीत गाकर सबका मन मोह लिया। वहीं प्राथमिक विद्यालय प्रथम के नन्हे-मुन्ने छात्रों ने शहीदों और देशभक्तों की वेशभूषा में मनमोहक झांकी प्रस्तुत की। भारत माता और रानी लक्ष्मीबाई के रूप में सजी छात्राएं लोगों के आकर्षण का केंद्र बनीं और उनकी प्रस्तुति पर जमकर तालियां बजीं।

जनभागीदारी और माहौल

ध्वजारोहण के मौके पर नगर के गणमान्य नागरिक, शिक्षक, अभिभावक और बड़ी संख्या में नगरवासी मौजूद रहे। तिरंगे की छटा, बच्चों का उत्साह और देशभक्ति के नारों की गूंज ने मां काली पोखरे परिसर को एक अद्भुत देशभक्ति स्थल में बदल दिया।

चेयरमैन का विशेष योगदान

कार्यक्रम के अंत में नगर पंचायत चेयरमैन गौरव श्रीवास्तव ने बच्चों में नमकीन और मिठाई से भरे लंच पैकेट वितरित कर उनका उत्साह और बढ़ाया। उनके इस gesture की नगरवासियों ने सराहना की और कहा कि इस तरह की पहलें बच्चों में देशभक्ति और सामाजिक जुड़ाव की भावना को और मजबूत करती हैं।

कार्यक्रम में अंत में मां काली पोखरे से शुरू हुआ यह ध्वजारोहण सिर्फ स्वतंत्रता दिवस का आगाज़ नहीं, बल्कि चकिया की सांस्कृतिक एकता, अनुशासन और देशभक्ति की भावना का प्रतीक बनकर याद किया जाएगा।

इस दौरान एबीएसए रामटहल,राजेश पटेल,मीना राय, महात्मा सिंह, चंद्रभान सिंह, विजयानंद द्विवेदी, वीरेन्द्र पाण्डेय,सहित तमाम लोग मौजूद रहे।