Chandauli News:नौगढ़ बांध से 5568 क्यूसेक पानी छोड़ा गयाः कर्मनाशा नदी के किनारे बाढ़ का खतरा, अफसरों को अलर्ट; बांध का जलस्तर 895 फीट पहुंचा

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

चकिया।जंगल और पहाड़ी इलाके में स्थित नौगढ़ बांध में जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। हालात ये हैं कि बांध का पानी 895 फीट तक पहुंच गया है, जो उसकी क्षमता के काफी करीब है। लगातार बारिश के कारण बढ़ते जलस्तर को नियंत्रित करने के लिए अफसरों ने बांध से 5568 क्यूसेक पानी छोड़ा है।नौगढ़ बांध से छोड़ा गया पानी मुसाखाड़ बांध और लतीफशाह बीयर होते हुए सीधे कर्मनाशा नदी में मिल रहा है। जलस्तर बढ़ने से नदी के किनारे बसे गांवों में बाढ़ की आशंका बन गई है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए चंद्रप्रभा प्रखंड के एक्सईएन ने डीएम चंद्रमोहन गर्ग समेत अन्य अधिकारियों को पत्र जारी कर अलर्ट रहने को कहा है।

*फसलें डूबने और पानी भराव की संभावना*
बांध से पानी छोड़े जाने के बाद नदी से सटे निचले इलाकों और खेतों में पानी भरने का खतरा बढ़ गया है। सबसे ज्यादा नुकसान किसानों की खड़ी फसलों को होने की आशंका है। नदी का जलस्तर बढ़ने से गांवों में पानी घुसने और जनजीवन प्रभावित होने की स्थिति बन गई है।

*पानी छोड़े जाने से ग्रामीणों में हड़कंप*
5568 क्यूसेक पानी छोड़े जाने की जानकारी फैलते ही नदी किनारे बसे इलाकों में खलबली मच गई है। ग्रामीणों ने राहत और बचाव की तैयारी शुरू कर दी है। कई जगहों पर लोग सामान ऊंचाई वाले स्थानों पर पहुंचाने लगे हैं।

*तेज बारिश बनी जलस्तर बढ़ने की वजह*
बीते दिनों पहाड़ी क्षेत्रों में तेज बारिश हुई थी, जिससे कर्मनाशा नदी और नौगढ़ बांध में पानी का बहाव तेज हो गया। अफसरों के मुताबिक बांध की क्षमता अधिक जरूर है, लेकिन लगातार बढ़ते जलस्तर को देखते हुए पानी छोड़ना जरूरी हो गया था।

*प्रशासन अलर्ट, हालात पर नजर*
प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमों को तैयार रहने को कहा गया है। कर्मनाशा नदी के किनारे बसे गांवों पर विशेष नजर रखी जा रही है। बांध की निगरानी लगातार की जा रही है और स्थिति बिगड़ने पर राहत कार्य शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं।