हरदोई के बावन में सातवीं मोहर्रम का 24 घंटे का जुलूस निकला, कलामों से गूंजा हुसैनी पैगाम, क़ासिम हसन की याद में निकाला जा रहा ऐतिहासिक जुलूस

हरदोई। बावन कस्बे में मोहर्रम की सातवीं तारीख पर शहीदाने कर्बला की याद में एक ऐतिहासिक 24 घंटे का जुलूस निकाला गया। यह जुलूस जुमेरात (गुरुवार) सुबह 9:20 बजे इमामबाड़ा से उठाया गया, जो जुमा (शुक्रवार) सुबह 9:20 बजे समापन तक लगातार चलता रहेगा। यह जुलूस हज़रत क़ासिम हसन की शहादत की याद में निकाला जाता है और इलाके में सभी धर्मों के बीच इसकी विशेष धार्मिक और ऐतिहासिक मान्यता है।

जुलूस की शोभा बढ़ाने के लिए पीलीभीत से नवाब बैंड और जलालाबाद से शबाब बैंड बुलाए गए। दूर-दराज से आए मशहूर कव्वालों ने गम-ए-हुसैन में डूबे कलाम पेश किए। एक गायकार ने दिल को छू जाने वाला कलाम पेश किया "जन्नत में ले जाएगा ज़हरा का दुपट्टा" जिस पर मौजूद अकीदतमंदों की आंखें नम हो गईं। कव्वालियों के जरिए क़ासिम हसन की शहादत को याद किया जा रहा है।

जुलूस इमामबाड़ा से प्रारंभ होकर विभिन्न मार्गों से गुजरता हुआ पुनः इमामबाड़ा पर समाप्त होगा। इस दौरान अकीदतमंदों के लिए जगह-जगह सबील (शरबत/पानी) और लंगर का विशेष इंतजाम किया गया है। हुसैनी प्रेम से ओतप्रोत अकीदतमंद सबील बांटते हुए "या हुसैन" के नारों से माहौल को गुंजायमान कर रहे हैं।

गोपामऊ विधायक प्रतिनिधि और बावन प्रधान पद प्रत्याशी धर्मेश मिश्रा ने हमेशा की तरह बावन में हिंदू मुस्लिम एकता को कायम करने का काम किया है। उन्होंने भूषण चौराहे पर शहीदाने कर्बला की याद में शरबत की सबील का इंतजाम किया है, जो काबिले तारीफ़ है। मोहर्रम के जुलूस में सभी धर्मों के लोग आस्था के साथ शामिल होते है।

जुलूस में सुरक्षा व्यवस्था भी पूरी तरह चाक-चौबंद है। सीओ हरपालपुर शिल्पा कुमारी, थानाध्यक्ष लोनार विवेक वर्मा, चौकी प्रभारी राजीव राघव समेत भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है।

जुलूस में कमेटी के सदस्य बबलू खान, गुलफराज खान शानू, सुल्तान खान मोनू, राजू खान, इरफ़ान खान, नौशाद खान, मेराज खान, सरफराज खान, सुलेमान खान, बन्ने सलमानी समेत बड़ी संख्या में अकीदतमंद शरीक होकर शहीदाने कर्बला को याद कर रहे है।