मजार की आड़ में हिंदू युवाओं को फंसाने का खेल – प्रशासन पर कार्रवाई में लापरवाही

युवक को बंधक बनाने की शिकायत, हिंदू संगठनों में उबाल

अजमेर/राहुल कुमार वर्मा

नसीराबाद के राष्ट्रीय राजमार्ग पर डिप्टी कार्यालय के पास देरांठू पंचायत भूमि पर बनी अवैध मजार को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। आरोप है कि यहां हिंदू युवाओं और महिलाओं को गुमराह कर अनैतिक और धर्मान्तरण गतिविधियां कराई जा रही हैं।

21 फरवरी को देरांठू, दिलवाड़ा, लोहरवाड़ा, राताखेड़ा सहित कई गांवों के हिंदूवादी संगठनों ने उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देकर मजार हटाने की मांग की थी। लेकिन अब तक प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की।

ताजा मामला चित्तौड़गढ़ निवासी महिला की रिपोर्ट से सामने आया है। महिला ने नसीराबाद सदर थाने में शिकायत दी है कि उसका पति गोरी शंकर हाईवे किनारे बनी इसी मजार पर गया और वहां रहने वाले मौलवी नीदम ने उसे वश में कर लिया। वह बार-बार भागकर उसी मजार पर पहुंच जाता है। महिला का आरोप है कि मौलवी ने उसके पति को दूसरे कपड़े पहनाकर बंदी बना रखा था और जब वह उसे छुड़ाने पहुंची तो उसके साथ मारपीट कर भगा दिया।

इन घटनाओं से इलाके में भारी गुस्सा है। ग्रामीणों और हिंदू संगठनों ने चेतावनी दी है कि प्रशासन अगर अवैध मजार पर कार्रवाई नहीं करता तो वे खुद हटाने को मजबूर होंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।