समर्पण, सेवा और संस्कार की मिसाल बना वैष्णव समाज का सामूहिक विवाह सम्मेलन

श्री वैष्णव युवा सेवा समिति नसीराबाद द्वारा अक्षय तृतीया पर आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन की स्मृति को जीवंत बनाए रखने के लिए रविवार को दिलवाड़ी स्थित बालाजी मंदिर परिसर में गणेश जी की रसोई और सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सम्मेलन में परिणय सूत्र में बंधे 22 नवविवाहित जोड़ों को सम्मानपूर्वक विदाई दी गई। समिति द्वारा सभी जोड़ों को वैवाहिक प्रमाण-पत्र और कन्यादान स्वरूप प्राप्त राशि भेंट की गई। कार्यक्रम में समिति ने अपने आय-व्यय का सार्वजनिक विवरण समाज बंधुओं के समक्ष प्रस्तुत करते हुए पारदर्शिता की मिसाल पेश की। अजमेर जिले की विभिन्न समितियों?केकड़ी, पीसांगन, गुलाबपुरा, सरवाड़, बहेड़ा आदि से आए पदाधिकारियों और समाजजनों की गरिमामयी उपस्थिति ने आयोजन को भव्यता प्रदान की। श्याम सुंदर वैष्णव (हरिद्वार किशनगढ़), रामस्वरूप वैष्णव (किशनगढ़), सीताराम वैष्णव डाबर (केकड़ी), अशोक वैष्णव (पीसांगन) सहित अन्य गणमान्यजनों का अभिनंदन पत्र भेंट कर सम्मान किया गया। इस सफल आयोजन के संचालन में समिति पदाधिकारी राधेश्याम वैष्णव (दिलवाडा), पुखराज वैष्णव (सनोद), रामस्वरूप, कैलाश (नान्दला), बजरंग (बहेड़ा), सत्यनारायण (भटियाणी), सुरेन्द्र (देरांठू), रामलाल (लीडी), विशन, छोटू, महावीर प्रसाद, नन्द किशोर, धर्मराज (लोहरवाड़ा), रामप्रसाद (गादेरी), बालकिशन, अशोक (दिलवाडा), सियाराम (बहेड़ा), राधेश्याम (श्रीनगर) सहित दर्जनों सेवाभावी कार्यकर्ताओं ने सक्रिय भूमिका निभाई। यह आयोजन न केवल वैवाहिक संस्कार की सामाजिक जिम्मेदारी का परिचायक बना, बल्कि समाज में एकजुटता, सहयोग और पारदर्शिता का उत्कृष्ट उदाहरण भी प्रस्तुत किया।